प्रभावी दिखेंगी विधानसभा कमेटियां, स्पीकर ने दिए गुर
इस दौरान उन्होंने सभापतियों, सदस्यों और अधिकारियों से सुझाव भी मांगे। बैठक में विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ़ कृष्ण मिड्ढा समेत बड़ी संख्या में विधायक मौजूद रहे। अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने सदस्यों से आग्रह किया कि मेहनत के साथ बैठकों की तैयारी करें। होमवर्क तथा एजेंडे के आधार की गई तैयारी का प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। इससे समितियों और सदस्यों का प्रभाव बढ़ेगा और कार्य की गुणवत्ता तथा विधायिका के कार्य में निखार आएगा। उन्होंने कहा कि कमेटियों की कार्यवाही को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए बैठकों का कैलेंडर तैयार करें।
विभागों के अधिकारियों के ओरल एग्जामिनेशन से पूर्व विधान सभा के अधिकारियों के साथ बैठक कर अच्छी तैयारी करें। एजेंडे पर प्रश्नावली तैयार करते समय संभावित पूरक सवालों की सुव्यवस्थित सूची बनाएं। प्रत्येक मामले में कानूनी पक्षों का पूरा ध्यान रखें। इससे पूर्व समिति सदस्यों की बैठक को संबोधित करते हुए विस अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि समितियों का उद्देश्य जनता की सेवा व उनकी समस्याओं का समाधान करना है।
हम जनता के अधिकारों का संरक्षण व उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति इन समितियों के माध्यम से करते हैं। इनके माध्यम से जनता के कार्य होते हैं, उनकी समस्याएं दूर होती है और प्रशासन की जवाबदेही तय होती है। इसके लिए सदस्यों को परिश्रमपूर्वक विधान सभा सचिवालय से तालमेल के साथ काम करना चाहिए। प्रत्येक बैठक से पूर्व सदस्यों को समय पर एजेंडा मिलना सुनिश्चित करना चाहिए।
सदस्य समिति में अपने पद की गरिमा बनाए रखते हुए समितियों को भी प्रभावी बना सकते हैं। उन्होंने सदस्यों तथा अधिकारियों को विधान सभा पुस्तकालय का प्रयोग करने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि ये समितियां भविष्य के सभापति, पीठासीन अधिकारी, मंत्री आदि तैयार करने का प्लेटफार्म हैं। सभी कर्मचारियों को सदस्यों के साथ अच्छा बर्ताव करते समय शिष्टाचार व गरिमा का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
विस अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने समिति अधिकारियों को निर्देश दिए कि संबंधित सभापतियों से बैठक के अलावा भी संसदीय सुधारों पर विस्तृत चर्चा करें। समितियों की पहली बैठक परिचयात्मक रखें और इसमें समिति का कार्यक्षेत्र, इसके दायित्व और अपेक्षाएं स्पष्ट हों और इन पर चर्चा हो। सभापतियों व सदस्यों को पूरा सहयोग करें और बेहतर योजना के साथ ही एजेंडा तथा प्रश्नावली तैयार करें।
कल्याण ने कहा कि अध्ययन दौरों और स्पॉट विजिट से पूर्व समग्रता से तैयारी करें। दूसरे प्रदेशों में अध्ययन दौरों से पूर्व उचित पत्राचार और संबंधित अधिकारियों से बात करें। उन्होंने इंदौर शहर की सुंदर सफाई व्यवस्था और विधायी कामकाज के प्रति केरल विधान सभा की गंभीरता का उदाहरण देते हुए कहा कि अध्ययन दौरों के दौरान अपने प्रदेश और संबंधित प्रदेश की व्यवस्थाओं का तुलनात्मक अध्ययन होना भी अवश्य ही फायदेमंद होगा।