भिवानी, 14 जून (हप्र)
असम से बहला-फुसलाकर लाई गई अनुसूचित जनजाति की नाबालिग का अपहरण व दुष्कर्म करने व काउंसलिंग के वक्त छेड़खानी करने व दुर्व्यवहार की शिकार पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर अंबेडकर सेना हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष दलबीर सिंह उमरा की अगुवाई में बाल अधिकार संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगों को ज्ञापन सौंपा। उक्त लोगों ने चेयरमैन के समक्ष लिखित के साथ-साथ सारी बातें मौखिक तौर पर भी बताईं। चेयरमैन ने पीड़िता को इंसाफ दिलाए जाने का पूरा भरोसा दिलाया।
जानकारी के अनुसार बाल अधिकार संरक्षण आयोग के चेयरमैन प्रियंक कानूनगो भिवानी पहुंचे। उक्त चेयरमैन ने पीड़िता के फिर से बयान दर्ज किए। इस दौरान अंबेडकर सेना के सदस्यों ने चेयरमैन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि विगत में असम से एक अनुसूचित जनजाति की नाबालिग को बहला-फुसलाकर चरखी दादरी लाया गया। पीड़िता के अनुसार उसके बाद एक महिला ने उसको 2 युवकों के साथ भेज दिया।
पुलिस ने नाबालिग की शिकायत पर एक महिला व दो युवकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। चरखी दादरी में अनाथालय न होने की वजह से भिवानी के अनाथालय में भेज दिया। पीड़िता के मुताबिक यहां पर भी उससे काऊंसलिंग करने वाले ने दुर्व्यवहार व छेड़खानी की। शिकायत थाने तक पहुंची, लेकिन मामले पर लीपापोती शुरू हो गई।
उन्होंने ज्ञापन में बताया कि इस मामले में जितने भी आरोपी हैं। सभी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
…तो प्रदर्शन करेगी अंबेडकर सेना
अंबेडकर सेना के अध्यक्ष दलबीर सिंह उमरा ने बताया कि जिन लोगों ने पीड़िता के छेड़खानी व दुर्व्यवहार किया है। या फिर इस मामले में किसी न किसी रूप में साजिशकर्ता है तो उसकी जांच की जाए और शीघ्र दोषियों को गिरफ्तार किया जाए। अगर पुलिस प्रशासन ने कोई ढिलाई बरती तो वे शहर में प्रदर्शन करने व आंदोलन चलाने का ऐलान करेंगे।