अशोक अरोड़ा ने नप की बैठक में बाहरी लोगों के शामिल होने के विरोध में किया बहिष्कार
बोले, भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई जारी रहेगी
कुरुक्षेत्र, 24 जून (हप्र)
थानेसर के विधायक एवं पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहा कि देश संविधान और कानून से चलता है। नगरपरिषद थानेसर में संविधान और कानून को ताक पर रखकर उन्हीं बाहरी लोगों को हाऊस की बैठक में बिठाने की इजाजत दी गई, जिन्होंने 23 मई की बैठक में विघ्न डालकर सरकारी काम में बाधा पहुंचाई थी। अरोड़ा ने कहा कि जब तक सभी कायदे कानूनों को ताक पर रखकर बाहरी लोगों को बैठक में बैठने की इजाजत देना बंद नहीं किया जाता, तब तक वह नगरपरिषद की बैठक का बहिष्कार करेंगे। अरोड़ा अपने निवास स्थान पर पत्रकारों से वार्तालाप कर रहे थे।
इस अवसर पर नगर पार्षद मनु जैन, नरेन्द्र राजू चौहान, राजेन्द्र सैनी, परमवीर सिंह प्रिंस तथा पार्षद प्रतिनिधि शिवम गुप्ता, पूर्व पार्षद गौरव शर्मा गौरी, विवेक भारद्वाज डब्बू सहित अनेक कांग्रेसी नेता उपस्थित थे।
अरोड़ा ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर ने देश को संविधान दिया और देश संविधान के अनुसार ही चलता है, परन्तु नगर परिषद थानेसर में जिस प्रकार से संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, उसकी जितनी निंदा की जाए कम है। आज नगरपरिषद की बैठक में पालिका अधिनियम का हवाला देकर अनेक बाहरी लोगों को हाऊस की बैठक में बैठने की इजाजत दी गई, जो कि सरासर संविधान का उल्लंघन है।
विधायक अशोक अरोड़ा ने एक सवाल के उत्तर में कहा कि मानसून की पहली बरसात से ही नगर परिषद की जल निकासी की पोल खुल गई है। आज प्रातः बरसात होने के परिणामस्वरूप पूरा नगर जल-थल हो गया है और निकासी की व्यवस्था ठीक न होने के कारण बहुत सारे स्थानों पर पानी भर गया था। पिछले 10 वर्षों से नालों की सफाई नहीं करवाई गई।
जब उन्होंने जिला कष्टनिवारण समिति की बैठक में नालों की सफाई करवाने की आवाज उठाई तो आनन-फानन में नालों की सफाई का काम शुरू किया गया। अरोड़ा ने कहा कि उनकी किसी के साथ कोई निजी लड़ाई नहीं है, उनकी ड्यूटी तो कुरुक्षेत्र का विकास करवाना है।