फरीदाबाद, 10 जुलाई (हप्र)
सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ सोमवार को हजारों आशा वर्करों ने सीएमओ कार्यालय पर प्रदर्शन किया और प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री को संबोधित ज्ञापन डाक्टर गजराज व एनएचएम इंचार्ज डाक्टर रचना को सौंपा। आशा वर्कर यूनियन हरियाणा की जिला प्रधान एवं सचिव सुधा पाल चेतावनी दी कि अगर शीघ्र स्वास्थ्य मंत्री से हुई बातचीत में मानी गई मांगों को लागू नहीं किया तो 8 अगस्त से प्रदेश भर की आशा वर्कर तीन दिवसीय हड़ताल पर चली जाएगी।
प्रदर्शन से पूर्व हजारों आशा वर्कर बीके अस्पताल पुरानी बिल्डिंग में एकत्रित हुई और एक सभा का आयोजन किया। सभा में अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सुभाष लांबा पहुंच और अपने संगठन की और से आशा वर्कर की मांगों और आंदोलन का पुरजोर समर्थन किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास कारपोरेट घरानों के लाखों करोड़ कर्जों माफ करने, टैक्सों में लाखों करोड़ की रियासत देने और कार्पोरेट टैक्स 30 प्रतिशत से घटाकर 22 प्रतिशत कर लाखों करोड़ की लाखों की राहत देने के की पर्याप्त धन है। लेकिन आशा वर्कर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने और 24 हजार न्यूनतम तापमान देने के लिए धन की कमी का रोना-रोया जा रहा है। सभा के बाद मूसलाधार बारिश से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सीएमओ के लिए मार्च किया और वहां जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में सीटू की राष्ट्रीय सचिव ए.आर. सिंधु व जिला प्रधान निरंतर पाराशर पर भी पहुंचे और संबोधित किया। आशा वर्कर यूनियन की प्रधान हेमलता ने कहा कि 2018 के बाद काम लगातार बढ़ रहा है, लेकिन मानदेय में एक पैसे की बढ़ोतरी नहीं हुई है।
प्रदर्शन को आशा वर्कर यूनियन की उपप्रधान सुशीला चौधरी, रेखा शर्मा, सहसचिव शाहीन परवीन, चंद्रप्रभा, माया, कैशियर नीलम जोशी आदि ने संबोधित किया।