अम्बाला, 17 फरवरी (निस)
आशा वर्करों का आज अम्बाला छाबनी में विरोध प्रदर्शन पुलिस बल के सामने सफल न हो सका। बस स्टैंड पर आज विभिन्न स्थानों से आई आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन रोकने के लिए पुलिस ने व्यापक प्रबंध किए हुए थे। जगह-जगह पर बैरीकेड लगाए गए थे।
अपनी विभन्न मांगों को लेकर आज आशा वर्करों ने गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के निवास के बाहर शास्त्री काॅलोनी में प्रदर्शन करना था। इसी को लेकर सुरक्षा बनाए रखने के लिए उचित प्रबंध किए गए थे। अम्बाला छावनी बस अड्डे पर सैकड़ों की तादात में पुलिस कर्मी मौजूद थे। लगभग 30 बसों को छावनी बस स्टैंड पर खड़ा किया गया था। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना था कि यदि कोई भी कानून व्यवस्था तोड़ेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जैसे ही बस स्टैंड पर आशा वर्कर पहुंची, उन्हें तुरंत पुलिस रोडवेज बसों में बिठाकर किसी अन्य स्थान पर ले जाने में जुट गई।
लाल सूट में दिखी तो जबरन बस में बिठाया : केवल लाल सूट से ही आशा वर्करों की पहचान पुलिस कर रही थी। जो महिला लाल सूट में बस स्टैड पर दिखी उसे महिला पुलिस बस में बिठाया और छावनी से बाहर भेज दिया।
क्रेच वर्कर्स, हेल्पर्स यूनियन का धरना शुरू
पंचकूला (ट्रिन्यू) : क्रैच वर्कर्स एवं हेल्पर्स यूनियन की राज्य इकाई की ओर से मांगों को लेकर आज यहां महिला एवं बाल विकास निदेशालय के बाहर बेमियादी धरना शुरू किया। यूनियन की महासचिव पूजा राठी ने बताया कि विभाग बार-बार मांगों का ज्ञापन देने के बावजूद ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा। मजबूरन उन्हें धरने का निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने बताया कि विभाग ने 80 क्रैच केंद्रों को शुरू करने बारे पिछले साल मार्च में पत्र जारी किया था, लेकिन इनमें से कई केंद्रों में हेल्पर्स नहीं हैं। क्रैच वर्कर्स ने केंद्रों के संचालन के लिये मकान किराये पर ले रखे हैं, लेकिन अभी तक विभाग की ओर किराये का भुगतान नहीं किया गया।