परिंदो के बसेरे के लिए 225 जगहों पर लगाए कृत्रिम घोंसले
विनोद लाहोट/निस
समालखा, 18 मई
समालखा की समाज सेवा संस्था सैनी सेवा ट्रस्ट देहरा ने एक अनोखी पहल करते हुए परिंदों के लिए कृत्रिम घोंसले के रूप में विभिन्न स्थानों पर 225 बसेरों की व्यवस्था की है। इस सराहनीय कार्य के सूत्रधार बने राजस्व विभाग के कानूनगो नवीन सिंहमार शेखपुरा ने कहा कि मौजूदा दौर में परिंदों के लिए प्राकृतिक घोंसलों से लेकर जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, शिकार और बीमारियां आदि परेशानियां होने लगी हैं और इसके लिए काफी हद तक इंसान ही जिम्मेदार है। ऐसे में परिंदों के संरक्षण के लिए आगे आना भी मानवता का पहला कर्तव्य है। कानूनगो नवीन सिंहमार ने दोनों ही संस्थाओं के इस प्रयास की सराहना करते हुए लोगों से अपने घरों की छतों, आंगनों आदि में पक्षियों के लिए दाने और पीने के पानी आदि की व्यवस्था करने की अपील की।
ट्रस्ट के इस कार्य में मददगार बनी अंबेडकर युवा सेवा समिति शाहजहानपुर (ध्याना) के चेयरमैन धर्मवीर दहिया ने कहा कि मौजूदा दौर में पर्यावरण संरक्षण एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है। हमारी पृथ्वी पर बढ़ते प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक संसाधनों की कमी ने इसे और भी जरूरी बना दिया है। इसलिए खेत-खलिहानों, घरों के आंगन, पशुबड़ों और वृक्षों आदि कई जगहों पर इन कृत्रिम घोंसलों को लगाया गया है। इस अभियान में ट्रस्ट के संस्थापक करण सिंह सैनी, ट्रस्ट की अध्यक्षा माया देवी, बीर सिंह, सन्नी, परमाल सिंह, रामफल सैनी पानीपत, मोहन लाल सैनी, सोहन लाल, अनिल, राकेश कुमासपुर, मदन रोहतक, अशोक, सुनील, भूप सिंह, राजवीर, हर्ष चहल, नवीन चौहान, सुरजीत, वीरेंद्र, पंकज व हिमांशु शामिल रहे।