यमुनानगर आदिबद्री के गांव गैंडा रामपुर में होगा अरण्य संघाराम बौद्ध मठ का निर्माण
यमुनानगर, 20 फरवरी (हप्र)
यमुनानगर जिले के आदिबद्री के गांव गैंडा रामपुर में अरण्य संघाराम बौद्ध मठ के निर्माण का उद्घाटन किया गया। यह एक ऐतिहासिक स्थल है, जहां पुरातत्वविदों को 6वीं और 7वीं शताब्दी के मठ और स्तूपों के अवशेष मिले हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर थाईलैंड से वरिष्ठ भिक्षु विशेष रूप से यहां पहुंचे| पहली इमारत (कल्याणमित्र भवन) की आधारशिला अजान जयसारो ने रखी, जो कि मूल रूप से एक अंग्रेज थे और जिन्होंने 1979 में बौद्ध-भिक्षु के रूप दीक्षा ली| अजान जयसारो अब थाईलैंड के सबसे सम्मानित भिक्षुओं में से हैं और उनका भारत के साथ एक विशेष संबंध है| उन्होंने भारत की पहली यात्रा 1975 में की जब उन्होंने काफी समय पद यात्रा में गुज़ारा| इंटरनेशनल फाॅरेस्ट मोनेस्ट्री, थाईलैंड के मठाधीश अजान केवली भी इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए अजह्न जयसारो के साथ थे।
अरण्य संघराम, इस इंटरनेशनल फाॅरेस्ट मोनेस्ट्री, थाईलैंड की ही एक शाखा होगी| अरण्य संघराम के एक हिस्से के रूप में बनने वाली पहली इमारत का नाम कल्याणमित्र भवन रखा गया है - यानी आध्यात्मिक मित्रों के लिए आवास। यह एक सामुदायिक आवास है, जिसमें भिक्षुओं और आम-लोग, जो अपने धर्म-अभ्यास के लिए सहायक वातावरण में समय बिताना चाहते हैं, दोनों के लिए आवास की व्यवस्था होगी| मठ के अन्य हिस्से जैसे धम्मा-हॉल, रसोई, भिक्षुओं के लिए कुटिया, आम-पुरुष और महिलाओं के लिए आवास का निर्माण बाद में किया जाएगा। इस अवसर पर कई ट्रस्टी एवं समाज सेवी रोशन लाल कंबोज मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
