करनाल, 1 जुलाई (हप्र)
केन्द्र सरकार ने दिल्ली-पानीपत रैपिड मैट्रो ट्रांजिट सिस्टम को करनाल तक बढ़ाने की सैद्धांतिक मंजूरी दी है। सांसद संजय भाटिया ने कहा कि इस प्रोजैक्ट से करनाल ही नहीं कुरुक्षेत्र, अम्बाला, यमुनानगर, कैथल और चंडीगढ़ तक के लोगों को फायदा होगा। मैट्रो की तर्ज पर प्रोजैक्ट पूरा होगा। सांसद ने कहा कि हरियाणा सरकार के सराय काले खां-दिल्ली-पानीपत रिजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर के करनाल तक विस्तारीकरण के कार्य को सैद्धांतिक मंजूरी केन्द्र सरकार ने दे दी है। इस निर्णय से उत्तरी भारत के लोगों का दिल्ली तक का सफर आसान होगा। इससे जहां करनाल सहित पूरे एनसीआर में परिवहन सुविधाओं में वृद्धि होगी। हरियाणा और दिल्ली में सड़क हादसों और प्रदूषण लेवल में भी कमी आएगी। उन्होंने कहा कि एनसीआर में नौकरीपेशा लोगों का नाईट स्टे का झंझट खत्म होगा। दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में काफी संख्या में उत्तरी हरियाणा और अन्य क्षेत्रों के लोग पढ़ाई और नौकरी के लिए वहीं रहते हैं, घर से ज्यादा दूर होने के कारण अप-डाऊन नहीं कर पाते, नाईट स्टे ही विकल्प है। अगर रैपिड ट्रेन के शुरू होने से सफर सुगम होगा और लोग नाईट स्टे के झंझट से बचेंगे।
6 से 10 मिनट बाद मिलेगी सर्विस
रेलवे इंजीनियर राजीव का कहना है कि रैपिड मैट्रो का पूरा प्रोजैक्ट मैट्रो की तरह ही होगा। यह मैट्रो से तीन गुणा ज्यादा स्पीड पर चलेगी। मैट्रो की तरह से हर 6 से 10 मिनट बाद सर्विस मिलेगी। इससे करनाल सहित आसपास के जिलों में रोजगार और व्यापार की संभावनाएं बढ़ेगी। खास बात यह है कि करीब 110 किलोमीटर तक जाने में बस और मैट्रो से लगने वाला समय आधे से भी कम हो जाएगा।