चंडीगढ़, 11 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा लोकसेवा आयोग (एपीएससी) ने हरियाणा सिविल सर्विस (एचसीएस) और संबद्ध सेवाओं की भर्ती का फाइनल परिणाम घोषित कर दिया है। 100 पदों के लिए कुल 61 उम्मीदवारों को फाइनल परीक्षा में पास किया गया था। 9 से 11 अक्तूबर तक इन सभी के इंटरव्यू लिए गए। इंटरव्यू खत्म होने के तुरंत बाद बुधवार को ही आयोग ने परिणाम घोषित कर दिए। सामान्य कैटेगरी में 44 उम्मीदवारों का चयन हुआ है।
इन पदों के लिए 12 व 13 अगस्त, 2023 को मेन परीक्षा का आयोजन किया गया था। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चल रहे केस के बीच आयोग ने इंटरव्यू के बाद नतीजे घोषित कर दिए हैं। 100 पदों की भर्ती में केवल 61 का चयन करने पर विपक्षी दलों ने आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे।
एचसीएस परीक्षा में अनिल कुमार ने टॉप किया है। दूसरे नंबर पर जसवंत मलिक और यश मलिक तीसरे स्थान पर रहे हैं। लिखित परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों का सोमवार और मंगलवार को साक्षात्कार और पर्सनेलिटी टेस्ट लिया गया था। बुधवार को एचपीएससी ने फाइनल रिजल्ट भी घोषित कर दिया। सामान्य वर्ग के 44, अनुसूचित जाति वर्ग के 6, पिछड़ा वर्ग-ए के 3, पिछड़ा वर्ग-बी के एक, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के 6 और एक्स सर्विसमैन कोटे से एक अभ्यर्थी का चयन किया गया है। एचपीएससी ने साफ कर दिया है कि हाईकोर्ट के फैसले पर ही अंतिम परिणाम निर्भर करेगा। एचसीएस की मुख्य परीक्षा में 1200 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था, लेकिन इनमें से 61 को ही साक्षात्कार के लिए पात्र घोषित किया गया। इसके विरोध में पंचकूला निवासी स्वाति नंदा ने हाईकोर्ट में याचिका लगाते हुए रिजल्ट पर रोक लगाने और भर्ती को आगे न बढ़ाने का निर्देश जारी करने की अपील की हुई है। साथ ही मुख्य परीक्षा में शामिल आवेदकों की उत्तर पुस्तिकाएं संरक्षित करने और इनकी जांच की मांग की गई है। याचिका के मुताबिक एचपीएससी को पदों के गुणांक में आवेदकों को इंटरव्यू के लिए बुलाना चाहिए था। हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार व एचपीएससी से जवाब मांगा हुआ है।
एक सीरीज के रोल नंबर वाले 44 चयनित
चयनित अधिकारियों में 44 प्रतिशत अभ्यर्थी एक ही सीरीज के रोल नंबर वाले हैं। नियमों के मुताबिक मुख्य परीक्षा में अभ्यर्थियों को मेरिट में आने के लिए हिंदी तथा अंग्रेजी के पेपर में 33 प्रतिशत तथा सभी पेपरों के मिलाकर कुल 45 प्रतिशत अंक हासिल करने होते हैं। जो अभ्यर्थी यह शर्त पूरी करते हैं, उनमें से कुल पदों के ढाई गुणा अभ्यर्थियों की मेरिट बनाकर उनको साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है, परंतु मौजूदा भर्ती में केवल दो तिहाई उम्मीदवार ही मुख्य परीक्षा पास कर पाए। पदों के तीन गुना अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाना होता है, लेकिन 300 की बजाय सिर्फ 61 को ही इंटरव्यू के लिए बुलाया गया।

