यमुनानगर, 16 जून (हप्र)
हरियाणा की आंगनबाड़ी वर्कर सरकार की वादाखिलाफी के कारण सड़कों पर उतरी हैं। 2 दिन से भीषण गर्मी में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। विधायकों व मंत्रियों को ज्ञापन दिए जा रहे हैं।
यमुनानगर में भी आंगनबाड़ी वर्कर ने जोरदार प्रदर्शन करके यमुनानगर के विधायक के कार्यालय में ज्ञापन दिया। आंगनबाड़ी वर्कर यूनियन कर्मचारी नेता रेखा रानी का कहना है कि लगातार चार महीने के आंदोलन के बाद 4 अप्रैल को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ यूनियन की बातचीत हुई थी। जिसमें कई मांगों पर सहमति बनी थी।
प्रदेशभर के 975 आंगनबाड़ी वर्करों की सेवा ही समाप्त करने के आदेश को वापस लेने व आंगनवाड़ी वर्करों पर आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमों को समाप्त करने सहित अन्य वायदे किए गए थे। लेकिन इन वादों पर सरकार खरा नहीं उतरी। जिसके बाद पूरे हरियाणा में 2 दिन का प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर में ज्यादातर विधवाएं हैं जिन पर कई तरह की जिम्मेदारियां हैं।
आंगनवाड़ी केंद्रों को पूरा राशन देने की मांग
जगाधरी (निस) : बृहस्पतिवार को मांगों को लेकर कर्मचारी नेताओं के साथ आंगनबाड़ी वर्कर्स शिक्षा मंत्री चौ. कंवरपाल गुर्जर को ज्ञापन देने पहुंची। मंत्री के न होने पर इन्होंने मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार अनिल कुमार को ज्ञापन सौंपा। आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन की जिला प्रधान ने आंगनबाड़ी केंद्रों को पूरा राशन देने, निजी भवनों में चल रहे केंद्रों का किराया देने व गैस सिलेंडर विभाग द्वारा भरवाए जाने की मांग की। इस अवसर यूनियन के जिला सचिव सुनीता करेड़ा, दयावंती, सुनीता सुघ, सपना, मधु, कर्मचारी नेता विनोद त्यागी, महीपाल सौढे, रोशन कंबोज आदि भी मौजूद रहे।
‘मानदेय नहीं दिया गया’
उकलाना मंडी (निस) : मार्केट परिसर में बने बाल विकास परियोजना कार्यालय के सामने आंगनबाड़ी वर्करों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और आंगबाड़ी वर्करों की जिला प्रधान रोशनी देवी ने कहा कि सरकार ने आज तक कि 975 बर्खास्त आंगनबाड़ी वर्करों को बहाल नहीं किया है। दिसंबर बाद का मानदेय नहीं दिया गया। मांगों को लेकर बाल विकास परियोजना अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर नारेबाजी की।