चरखी दादरी, 10 जनवरी (निस)
आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर्स के टर्मिनेशन ऑर्डर का सर्व कर्मचारी संघ ने जोरदार विरोध किया और आंदोलन करने का निर्णय लिया है। एसकेएस के जिला प्रधान राजकुमार घिकाड़ा की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में निर्णय लिया कि 11 जनवरी को संगठन के सभी पदाधिकारी आंगनवाड़ी वर्कर्स के समर्थन में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे और सीएम के नाम ज्ञापन सौपेंगे।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा मानी गई है मांगों को लागू करवाने की बजाए दमन के रास्ते पर उतर आई और प्रदेश भर में वर्कर्स व हेल्पर्स को टर्मिनेशन ऑर्डर दिए जा रहे हैं, इसे किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जाएगा। सर्व कर्मचारी संघ जिला कार्यकारिणी, सभी ब्लॉक प्रधान, सचिव व संबंधित संगठनों के जिला, ब्रांच व राज्य पदाधिकारी उपायुक्त कार्यालय दमनकारी नीतियों का विरोध करेंगे। बैठक में कृष्ण उण रोडवेज, विजय लांबा, दलबीर डोहकी, सतबीर सरोहा, बलवान, जगबीर, राजेश, कर्मबीर आदि थे।
सोमबीर सांगवान ने दिया समर्थन
आंगनवाड़ी वर्कर्स की लघु सचिवालय में सोमवार को हड़ताल एवं धरना जारी रहा। आंगनबाड़ी वर्कर्स ने सरकार की नीतियों का विरोध किया और मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रखने व आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया।
निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान आंगनवाड़ी वर्कर्स के धरने पर पहुंचे और उनकी मांगों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर्स की मांगों का समाधान सीएम से मिलकर करवाएंगे।
‘जितना दमन होगा, उतना बढ़ेगा आंदोलन’
हिसार (हप्र) : सर्व कर्मचारी संघ की जिला कार्यकारिणी की बैठक सर्व कर्मचारी संघ कार्यालय में जिला प्रधान सुरेन्द्र यादव की अध्यक्षता में हुई। सुरेंद्र यादव, नरेश गौतम ने बताया कि सर्व कर्मचारी संघ ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के 12 जनवरी के जेल भरो आंदोलन का समर्थन करने का ऐलान किया है। सरकार की वायदाखिलाफी पर प्रदेश की 52 हजार आंगनवाडी वर्कर्स एवं हेल्पर्स 8 दिसंबर से हड़ताल पर हैं। सरकार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगों का समाधान करने की बजाय विभाग उनको बर्खास्तगी का नोटिस जारी कर रहा है। उन्होंने सरकार को चेताया कि सरकार हड़ताली आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स का जितना अधिक दमन करेगी, उतना ही आंदोलन बढ़ेगा, जिससे सरकार की परेशानी बढ़ती जाएगी।
जिला मुख्यालयों पर जुटेंगे कर्मचारी
भिवानी (हप्र) : हड़ताल पर बैठीं आंगनवाड़ी वर्कर्स के समर्थन में मंगलवार को सर्व कर्मचारी संघ के आह्वान पर विभिन्न विभागों के कर्मचारी राज्यभर में सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे। संघ ने 12 जनवरी को जेल भरो आंदोलन का भी पुरजोर समर्थन किया। सर्व कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों ने लघु सचिवालय के बाहर आंगनवाड़ी कर्मियों के धरने पर बैठकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। आंगनवाड़ी कर्मियों की मांगों का जल्द समाधान करने की मांग की। सकसं ब्लॉक कमेटी की ओर से अनिल नागर, सुभाष कौशिक, लोकेश कुमार ने कहा कि सरकार ने इनकी मांगों काे मानकर उनका समाधान कर हड़ताल समाप्त कराने की बजाये उन्हें बर्खास्तगी के नोटिस थमा दिये, जो घोर निंदनीय है।
‘इन मांगों का जल्द करें पूरा’
वक्ताओं ने कहा कि सरकार यूनियनों में फूट डालकर हड़ताल समाप्त करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि बिना किसी देरी के 2018 में प्रधानमंत्री द्वारा घोषित मानदेय 1500 व साढे 7 सौ रुपये की बढ़ोतरी की जाये, इसके साथ ही वर्कर को 24000 व हैल्पर को 16000 न्यूनतम मासिक वेतन देने, वर्कर को कुशल और हैल्पर को अर्ध कुशल घोषित कर वेतन देने और इसको महंगाई भत्ते साथ जोड़ने की मानी हुई मांग को लागू की जाये। रिटायरमेंट पर वर्कर को 5 व हैल्पर्स को 3 लाख रुपये का लाभ प्रदान किया जाये। वर्कर से सुपरवाइजर की बिना शर्त प्रमोशन करने की मांग की। सकसं ब्लॉक सचिव लोकेश कुमार ने बताया कि विभाग में आधे से ज्यादा पद डीपीओ, सीडीपीओ व सुपरवाइजर के खाली पड़े हैं। डीपीसी द्वारा पदोन्नति करने की स्वीकृति के बाद भी प्रमोशन नहीं की जा रही।