कैथल, 27 दिसंबर (हप्र)
गन्ना की पिराई के दौरान नये नियमों से खफा किसानों ने शुगर मिल में ट्रैक्टर-ट्राली खड़ी कर प्रदर्शन किया और पार्क में धरना शुरू कर दिया। उन्होंने मांग की है कि पहले की तर्ज पर गन्ना नहीं खरीदा तो वे हड़ताल भी कर देंगे। किसान अपनी मांग को लेकर शुगर मिल प्रबंधक सतविंद्र सिवाच से भी मिले।
किसान संघ के प्रांतीय सचिव गुलतान नैन, रणदीप आर्य, जगदीश खुराना, महेंद्र सिंह फतेहपुर, पाला राम ने बताया कि गन्ना किसानों पर नए-नए नियम लागू कर उनका शोषण किया जा रहा है। एक तरफ तो सरकार किसानों के हित की बात करती है, लेकिन दूसरी तरफ किसानों पर नये-नये नियम लागू कर उनको परेशान किया जा रहा है। इस बार किसानों को मिल में गन्ना बेचने को लेकर कई दिक्कतें आ रही हैं। इस बार गन्ने के सैंपल लेकर भाव तय किये जा रहे हैं। गन्ने का प्रति क्विंटल 362 रुपये का भाव था, लेकिन सैंपल लेकर गन्ने में चीनी कम निकलने की बात कहकर कम भाव पर गन्ना खरीदा जा रहा है। किसानों ने बताया कि पहले जले हुए गन्ने का ही सैंपल लिया जाता था, लेकिन अब तो हर मिल में आ रहे हर गन्ने का सैंपल लिया जा रहा है। सैंपल में क्या रिपोर्ट आ रही है, इसे भी किसानों को नहीं बताया जा रहा है। मिल प्रशासन के नियमों को लेकर किसानों ने रोष जताया।
‘रिकवरी बढ़ाने के लिए कर रहे हैं काम’
शुगर मिल के एमडी सतविंद्र सिवाच ने बताया कि इस बार गन्ने की फसल में बीमारी के कारण चीनी कम निकल रही है, इसके चलते किसानों को साफ-सुथरा गन्ना ही लाने की बात कही है। कुछ किसान अच्छा गन्ना भी लेकर आ रहे हैं। कुछ गन्ने की गुणवत्ता अच्छी न होने के कारण किसानों को अच्छा गन्ना लाने की बात कही जाती है। रिकवरी बढ़ाने के लिए मिल प्रशासन हर बिंदुओं पर कार्य कर रहा है।