जींद, 19 जनवरी (हप्र)
अपनी मांगों को लेकर 43 दिन से आंदोलन कर रही आंगवाड़ी वर्कर व हेल्पर्स ने बुधवार को प्रदर्शन किया और भाजपा विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा के आवास का घेराव करने का प्रयास किया। घेराव से पहले बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद था। बाजार की मुख्य सड़क से विधायक आवास की ओर जाने वाली गली के नुक्कड़ पर पुलिस ने आंगनवाड़ी वर्करों का रास्ता रोक लिया। इस दौरान यूनियन नेता भूलां देवी, रमेश देवी, रेखा गतौली, सुमन, सीटू नेता रमेश चंद्र, कश्मीर सिंह ने लोगों को संबोधित किया और कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर हड़ताल पर हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठा रही। उनकी मांग है कि सरकार वर्ष 2018 में हुए समझौते को तत्काल प्रभाव से लागू करे, ताकी हड़ताली आंगनवाड़ी वर्कर व हेल्पर अपना आंदोलन खत्म कर आंगनबाड़ी केंद्रों पर लौट सकें। इस दौरान उन्होंने तहसीलदार को प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे।
सीटू ने किया हड़ताल का समर्थन
फरीदाबाद (हप्र) : सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) की बैठक में आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन की हड़ताल का समर्थन किया गया। मीटिंग सीटू कार्यालय में हुई। मीटिग की अध्यक्षता जिला प्रधान निरंतर पाराशर ने कि जबकि संचालन वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने किया। इस मीटिंग में विजय झा, वीरेंद्र पाल, रवि गुलिया, सुधा पाल, के पी सिंह उपस्थित रहे। बैठक में राज्य सरकार पर आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर्स की मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। यूनियन ने निर्णय लिया है कि आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन की बेमियादी हड़ताल का सीटू से संबंधित सभी यूनियन समर्थन करेंगी। इन के समर्थन में 21 जनवरी को ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन, वन मजदूर यूनियन, 22 जनवरी को आशा वर्कर यूनियन, मिड डे मील वर्कर यूनियन, जनवादी महिला समिति, आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन के समर्थन में उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठेंगी।
गुरुग्राम (हप्र) : आंगनवाड़ी कर्मियों ने विधायक सुधीर सिंगला के निवास पर जोरदार प्रदर्शन किया। ये बड़ी संख्या में एकत्रित होकर विधायक के घेराव करने पहुंची थी लेकिन पुलिस ने इन्हें घर के पास ही बैरिकेडिंग करके रोक लिया। गुस्साई महिलाकर्मियों ने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद विधायक के निजी सचिव इनसे ज्ञापन लेने तथा मांगों के संदर्भ में जानकारी लेने के लिए पहुंचे। बाद में ये स्वतः ही वापस लौट गई।
पलवल (हप्र) : आंगनवाड़ी वर्करों ने बुधवार को विधायक दीपक मंगला के आवास का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता सुबह ताऊ देवीलाल टाउन पार्क में एकत्रित हुईं, जहां से शहर में जुलूस निकालते हुए विधायक के आवास तक पहुंची। दो घंटे तक विधायक के निवास पर प्रदर्शन दिया और विधायक प्रतिनिधि को मांगों का ज्ञापन सौंपा।
‘आंदोलन तोड़ने के लिए हथकंडे अपना रही सरकार’
भिवानी (हप्र) : आंगनवाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स की हड़ताल बुधवार को भी जारी रही। बुधवार को हड़ताल की अध्यक्षता प्रमिला रमन ने की। इस अवसर पर इंद्रजीत सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार का बेटी बचाओ का नारा यहां झूठा साबित हो रहा है। सरकार मांगों का समाधान करने की बजाय आंदोलन को तोड़ने के हर तरह के हथकंडे अपना रही है। आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हैल्पर्स सरकार से डरकर आंदोलन से पीछे कभी नहीं हटेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार तरह-तरह के भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन वे आंदोलन में मजबूती के साथ डटी हुई है जब तक सरकार इनकी मांगों का समाधान नहीं करती जब तक किसान सभा पुरजोर समर्थन करती है। धरने को सम्बोधित करते हुए सीटू जिला प्रधान जिला राममेहर सिंह, सचिव अनिल कुमार ने बताया कि जिले में भाजपा के मंत्रियों, एमएलए, एमपी आवासों या मुख्यालयों पर प्रदर्शन किए जाएंगे।
रोहतक में सांसद अरविंद शर्मा को दिया मांग-पत्र
रोहतक (हप्र) : आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका तालमेल कमेटी के आह्वान पर प्रदेशव्यापी हड़ताल 42वे दिन भी उत्साह के साथ जारी रही। आंदोलनरत आंगनबाड़ी वर्करों ने बुधवार को स्थानीय मानसरोवर पार्क से महावीर चौक तक जलूस निकालकर प्रदर्शन किया। आंदोलनकारियों ने रोहतक के सांसद अरविंद शर्मा को मांग पत्र सौंपा। इससेे पूर्व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने मानसरोवर पार्क में सभा की। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन की प्रदेश महासचिव पुष्पा दलाल ने कहा कि आज उन्होंने सांसद को अपना मांग पत्र देकर अपनी मांगे बनवाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार के दमन से उनका आंदोलन दबने वाला नहीं है। एआईडीएसओ के प्रदेश उपाध्यक्ष छात्र नेता राजेश ने कहा कि यह लड़ाई निजीकरण के खिलाफ व अपने हकों को हासिल करने की है। छात्र संगठन हर संघर्ष में उनका साथ देगा। इस मौके पर जिला प्रधान रोशनी चौधरी, सुनीता वर्मा, महम ब्लॉक सचिव दर्शना, रोशनी पाकस्मा, रामभतेरी, सीमा, संतोष, कविता, कमला, सुनीता, सुमित्रा, प्रकाश, सतबीर ने भी अपनी बात रखी।