करनाल, 22 फरवरी (हप्र)
सरकार के साथ समझौता वार्ता सिरे नहीं चढ़ने के बाद आंगनवाड़ी वर्करों ने आंदोलन तेज कर दिया है। करनाल में मंगलवार को वर्करों ने हाथ में डिब्बे लेकर राहगीरों ने आर्थिक सहयोग मांगा। उन्होंने ऐलान किया कि आगामी तीन मार्च को राज्य की आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स विधानसभा के लिए कूच करेंगी। इससे पहले कल उपमुख्यमंत्री के बुलावे पर संगठन की तालमेल कमेटी चंडीगढ़ में उनसे मुलाकात करेगी। आंगनवाड़ी आंदोलन के महापड़ाव के आठवें दिन आंगनवाड़ी कर्मियों ने शहर में जुलूस निकाला और बाजार में दुकानदारों व आम लोगों से सहयोग मांगा। इससे पहले महापड़ाव पर हुई सभा को तालमेल कमेटी की नेताओं देवेंद्री शर्मा, शकुंतला, पुष्पा दलाल, कृष्णा, सीटू प्रदेश महासचिव जय भगवान, यूटीयूसी के उपाध्यक्ष ईश्वर सिंह ने प्रमुख रूप से संबोधित किया। उन्होंने कहा की कल विभाग के आला अधिकारियों ने आंदोलन वापस लेने की अपील जरूर की। लेकिन बिना मांग हल किए आंदोलन वापस किसी कीमत पर नहीं होगा।
कैथल (हप्र) : आंगनवाड़ी वर्कर्ज व हेल्पर्ज यूनियन ने सचिवालय से पिहोवा चौक तक प्रदर्शन किया। इसके बाद वर्करों ने चौक चौराहों पर हाथों में कटोरा लेकर राहगीरों से आर्थिक मदद मांगी। कैथल की आंगनवाड़ी वर्कर सुशीला ने बताया कि आज से दो दिन का डिब्बा कलेक्शन का कार्यक्रम रहेगा, 2 दिन बीजेपी के मंत्री के निवास पर दो-दो दिन का रात्रि पड़ाव
डाला जाएगा।
26 को काली चुन्नी बांधकर पोलियो में देंगी ड्यूटी आशावर्कर
यमुनानगर (हप्र) : आशा वर्करों ने मंगलवार को जिला मुख्यालय के सामने अनाज मंडी में जिला प्रधान राजेश कुमारी की अध्यक्षता में पुलिस उत्पीड़न के विरोध में नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन का संचालन जिला सचिव पूनम देवी रामपुर बीटा ने किया। प्रदर्शन के बाद सभी आशा वर्कर अनाज मंडी से जलूस की शक्ल में नारेबाजी करती हुई जिला मुख्यालय पहुंचीं और पुलिस अधीक्षक कमलदीप ग़ोयल को ज्ञापन दिया। इस दौरान सीटू कोषाध्यक्ष रामकुमार काम्बोज ने बताया कि 26 फरवरी को पोलियो अभियान में सभी आशा वर्कर काली चुन्नी काली पट्टी बांधकर ड्यूटी करेंगी।
पानीपत में किया एसपी कार्यालय का घेराव
पानीपत (निस) : आशा वर्करों ने मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित एसपी कार्यालय का घेराव किया। इसके उपरांत सभी आशा वर्कर जुलूस के रूप में सिविल अस्पताल पहुंची और सीएमओ को 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन हड़ताल का नोटिस दिया गया। सीटू व आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा की राज्य अध्यक्ष सुरेखा ने कहा कि महिलाओं के आंदोलन को दबाने के लिए सरकार ने पुलिस बल का प्रयोग किया है। आशा वर्कर्स यूनियन सरकार की निंदा करती है और मांग करती है कि इस घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच होनी चाहिये।