चंडीगढ़, 17 फरवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्परों से अपने आंदोलन को वापस लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर्स-हेल्पर्स कम्युनिस्ट पार्टी से संबंधित नेताओं के बहकावे में न आएं। उन्होंने आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर की कुछ तथाकथित स्वार्थी नेताओं से भी आह्वान किया है कि वे महिलाओं व बच्चों के हितों को देखते हुए अपनी ड़्यूटी पर लौट आएं।
बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ से जारी बयान में ढांडा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर की उचित मांगों को मानने के बावजूद उनके द्वारा आंदोलन किया जाना समझ से बाहर है। लोग अब उनका विरोध करने लग जाएं तो ताज्जुब नहीं होना चाहिए। महिला एवं बाल विकास विभाग विशेषकर महिलाओं एवं बच्चों से जुड़ा हुआ है। गर्भवती महिलाओं को जहां आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्परों द्वारा उनके पोषण से संबंधित जानकारी दी जाती है, वहीं बच्चों को दूध एवं अन्य पोषक तत्वों से भरपूर पोष्टिक आहार दिया जाता है।
वर्तमान में आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर द्वारा किए जा रहे आंदोलन से महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने का डर बना हुआ है। ढांडा ने कहा कि 29 दिसंबर, 2021 को मुख्यमंत्री ने आंगनवाड़ी वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों की मांगों को सुना था। यूनियन की सभी उचित मांगों को मान लिया था। यूनियन नेताओं द्वारा उस दिन मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया गया। लेकिन कम्यूनिस्ट पार्टी के कुछ नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्परों को फिर से बरगला दिया।