सुरेंद्र सिंह सांगवान/ट्रिन्यू
पंचकूला, 3 मार्च
आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर्स तालमेल कमेटी के आह्वान पर बृहस्पतिवार को विधानसभा घेराव कार्यक्रम को पुलिस ने कामयाब नहीं होने दिया। जिले के अधिकांश प्रवेश मार्गों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। शहर के यवनिका पार्क के आसपास भी पूरा दिन पुलिस आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर्स की तलाश करती रही।
इससे पहले, पुलिस द्वारा वाहन रोके जाने पर अम्बाला के गांव कक्कड़ माजरा से बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी वर्कर्स 12 किमी पैदल चल कर जलौली टोल पहुंची। यहां उन्होंने एक घंटे तक राष्ट्रीय राजमार्ग 73 पर प्रदर्शन किया और जाम लगाया। वहां पुलिस के साथ झड़प भी हुई। पुलिस ने आंगनवाड़ी वर्कर्स को हिरासत में लेकर बसों में बैठा दिया लेकिन थोड़ी दूर जाने पर वर्कर्स उतर गई।
आंगनवाड़ी वर्कर्स ने आरोप लगाया कि पुलिस ने दो महिलाओं के साथ बदसलूकी की। चरखीदादरी की कमलेश का गला दबाने का प्रयास किया गया, जिससे वह बेहोश हो गई। उसे सेक्टर 6 के नागरिक अस्पताल ले जाना पड़ा। इसी दौरान सर्व कर्मचारी संघ व अन्य संगठनों के नेता भी मौके पर पहुंच गये। आंगनवाड़ी फेडरेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष ऊषा रानी को पुलिस ने हिरासत में लेकर चंडीमंदिर थाने ले आई। हालांकि शाम काे उन्हें छोड़ दिया गय। टोल प्लाजा के अलावा पुलिस ने रामगढ़ के पास भी नाका लगा रखा था। हाउसिंग बोर्ड चौक पर भी व्यापक पुलिस बल तैनात रहा। यहां भी काफी संख्या में पुलिस कर्मचारी तैनात थे। विधानसभा घेराव कार्यक्रम को नाकाम करने के लिये पुलिस ने कमर कस रखी थी। जिले के हर प्रवेश मार्ग पर वाहनों की जांच की जा रही थी। यवनिका पार्क के बाहर और आसपास भी पुलिस वर्कर्स व हैल्पर्स को ढूंढ़ती रही।
आक्रोश प्रदर्शन कल
आंगनवाड़ी वर्कर्स यूनियन तालमेल कमेटी ने राज्य सरकार के खिलाफ अपना आंदोलन तेज करने का ऐलान किया है। इस संबंध में 5 मार्च को जिलों में आक्रोश प्रदर्शन किया जायेगा। यूनियन नेताओं का कहना है कि जब तक मांगों का समाधान नहीं होता उनकी हड़ताल व आंदोलन जारी रहेगा। तालमेल कमेटी नेताओं ने कहा कि हड़ताल को 85 दिन हो चुके हैं, 300 के करीब वर्करों की सेवा समाप्ति की गई है, 400 से ज्यादा वर्करों पर झूठे पुलिस केस दर्ज किए जा चुके हैं।