पुरुषोत्तम शर्मा/हप्र
सोनीपत 22 सितंबर
सोनीपत के सिविल अस्पताल में अकसर गर्भवतियों को ऑपरेशन की सुविधा न होने की बात कह रेफर कर दिया जाता है, लेकिन कई मामले ऐसे हुए हैं, जब महिलाओं ने रेफर होने के बाद अस्पताल परिसर में ही बच्चे को नार्मल डिलीवरी से जन्म दिया। ऐसा एक केस मंगलवार को भी हुआ। जहां दो घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार करने के बाद प्रसूता ने बाथरूम में ही बच्चे को जन्म दे दिया।
शुक्र यह है कि फिलहाल तक जच्चा और बच्चा दोनों ठीक हैं और इनका इलाज किया जा रहा है। महिला को चार बेटियों के बाद यह पांचवां बच्चा बेटा हुआ है। परिजनों ने इस व्यवस्था को लेकर खूब हंगामा किया और सवाल किया कि अगर उनके बच्चे को कुछ होता है, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? इसके साथ ही एक सवाल यह भी है कि आखिर जो प्रसूता गंभीर थी और बिना ऑपरेशन बच्चा जन्म नहीं ले सकता था, वो बच्चा बिना किसी की मदद से महिला ने बाथरूम में कैसे जन्म दे दिया। इससे साफ है कि कहीं ना कहीं स्थिति को समझने की बजाए मामला टालने के लिए रेफर किया जा रहा था।
मेरी जानकारी में मामला नहीं
इधर, अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी डा. आदर्श शर्मा कहते हैं कि अस्पताल के बाथरूम में डिलीवरी होने का मामला उनके संज्ञान में नहीं है। क्योंकि वह अस्पताल से बाहर हैं। उन्होंने इस पूरे मामले की जानकारी जुटाकर जांच कराने की बात कही है। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।