Ambala News: मतदान से कांग्रेस को झटका, डिप्टी मेयर राजेश मेहता भाजपा में शामिल
अम्बाला शहर, 28 फरवरी (हप्र)
Ambala News: आगामी 2 मार्चं को होने वाले अम्बाला नगर निगम के मेयर उपचुनाव के मतदान से पहले ही कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। नगर निगम में डिप्टी मेयर और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेश मेहता ने आज भाजपा में शामिल होने की घोषणा कर दी। आज ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की जनसभा के मंच पर पहुंच राजेश मेहता ने यह राजनीतिक विस्फोट करके सबको चौंकाने का काम किया।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने राजेश मेहता का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि भाजपा की नीतियों और विकास कार्यों से प्रभावित होकर लोग पार्टी से जुड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने करनाल में अपने खिलाफ कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़े त्रिलोचन सिंह द्वारा भाजपा में शामिल होने का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने घर घर जाकर एक कए कांग्रेसी को भाजपाई बनाने का काम करके कांग्रेस मुक्त करनाल करने का काम किया है। उन्होंने आशा जताई कि उसी प्रकार राजेश मेहता भी एक एक वोट कमल के फूल पर डलवाकर कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त करवाने का काम करेंगे।
अंबाला नगर निगम के डिप्टी मेयर और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेश मेहता जी अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस को छोड़कर भाजपा परिवार में शामिल हुए हैं।
उनका भाजपा परिवार में शामिल होने पर मैं हार्दिक स्वागत और अभिनंदन करता हूँ।#TripleEngineSarkar pic.twitter.com/ZnKLFIkaXy
— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) February 28, 2025
मुख्यमंत्री नायब सैनी की मौजूदगी में राजेश ने भाजपा सदस्यता ग्रहण करते हुए ने केवल मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया बल्कि कहा कि वह मुख्यमंत्री और पूर्व मंत्री असीम गोयल की जनहितैषी नीतियों को देखते हुए भाजपा में शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी जो भी जिम्मेवारी लगाएगी उसे पूरा करने का भरसक प्रयास करेंगे। मालूम हो कि राजेश मेहता ने 2020 में नगर निगम चुनाव कांग्रेस के समर्थन से जीता था और परिणाम के तुरंत बाद विनोद शर्मा के नेतृत्व वाली हरियाणा जनचेतना पार्टी का दामन थाम कर नगर निगम में डिप्टी मेयर बने थे।
हाल ही के विधानसभा चुनाव में जब हजपा के मुखिया विनोद शर्मा ने भाजपा को समर्थन की घोषणा की तो वे फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन चुनावों में राजेश मेहता ने निर्मल सिंह के लिए बड़ी शिद्दत से काम किया था।
अब जब मेयर उपचुनाव घोषित हुए तो वे अपनी माता तथा धर्मपत्नी में से किसी एक को कांग्रेस टिकट की इच्छा रखते थे लेकिन कांग्रेस ने अमीषा चावला को टिकट थमा दी। इसके बाद वे मतदान से ऐन पहले भाजपा में शामिल हो गए। इसे अंबाला शहर कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा हैए क्योंकि मेहता स्थानीय स्तर पर एक प्रभावशाली नेता माने जाते हैं।