Amazon Theft Mystery जीपीएस सिग्नल गायब, ट्रक खाली मिला : नूंह पुलिस ने सुलझाई 88 लाख की अमेज़ॉन चोरी की गुत्थी
अमेज़ॉन कंपनी के माल की चोरी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें 88 लाख रुपये से अधिक का सामान रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। बेंगलुरु से गुरुग्राम के लिए रवाना हुआ ट्रक नागपुर के पास अचानक ‘ऑफ...
अमेज़ॉन कंपनी के माल की चोरी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें 88 लाख रुपये से अधिक का सामान रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। बेंगलुरु से गुरुग्राम के लिए रवाना हुआ ट्रक नागपुर के पास अचानक ‘ऑफ ट्रैक’ हो गया, और तीन दिन बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो ट्रक तो मिला लेकिन ड्राइवर और क्लीनर दोनों लापता थे। अब नूंह पुलिस ने इस चोरी के मुख्य आरोपी, ट्रक ड्राइवर सलमान मजीद को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को पूछताछ के बाद महाराष्ट्र पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
बेंगलुरु से रवाना हुआ था कंटेनर
नागपुर निवासी ‘सौम्य करियर ट्रांसपोर्ट कंपनी’ के कर्मचारी शुभम जितेंद्र अग्रवाल ने बताया कि कंपनी का कंटेनर ट्रक 26 अगस्त को अमेज़ॉन के बेंगलुरु गोदाम से गुरुग्राम के लिए रवाना हुआ था। ट्रक को तीन दिन में मंजिल तक पहुंचना था, लेकिन 28 अगस्त की रात करीब 12:30 बजे ट्रक का जीपीएस सिग्नल नागपुर-जबलपुर रोड पर आशु ढाबा के पास अचानक बंद हो गया।
जब शुभम अग्रवाल मौके पर पहुंचे तो ट्रक वहां खड़ा मिला, लेकिन ड्राइवर सलमान मजीद और क्लीनर मुस्तफा अब्दुल्ला (दोनों नूंह निवासी) गायब थे। ट्रक के केबिन को गैस कटर से काटा गया था और कंटेनर के भीतर का माल बिखरा हुआ था।
88 लाख रुपये का अमेज़ॉन माल चोरी
अमेज़ॉन अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो पाया कि कंटेनर से करीब 88 लाख 79 हजार रुपये मूल्य का माल गायब था। चोरी हुए सामान में महंगे मोबाइल फोन, हार्ड डिस्क, कीबोर्ड, बेबी प्रोडक्ट्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक आइटम शामिल थे। कंपनी ने इस मामले की शिकायत महाराष्ट्र के पारशिवनी थाने में दर्ज कराई।
पुलिस जांच में खुली मिलीभगत
पुलिस जांच में यह सामने आया कि चोरी की यह साजिश ट्रक ड्राइवर सलमान मजीद और क्लीनर मुस्तफा अब्दुल्ला ने मिलीभगत से रची थी। दोनों वारदात के बाद फरार हो गए थे। इसके बाद नूंह पुलिस ने स्थानीय नेटवर्क और तकनीकी निगरानी के जरिए सलमान मजीद को गांव शिकरावा से गिरफ्तार कर लिया।
महाराष्ट्र पुलिस के हवाले किया आरोपी, साथी अब भी फरार
नूंह पुलिस ने आरोपी से पूछताछ के बाद उसे महाराष्ट्र पुलिस के हवाले कर दिया है। वहीं, उसका साथी मुस्तफा अब्दुल्ला अब भी फरार बताया जा रहा है। महाराष्ट्र पुलिस का कहना है कि चोरी किए गए मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान जल्द बरामद किए जाएंगे, ताकि पूरे नेटवर्क और चोरी की कड़ी को ट्रेस किया जा सके।