फरीदाबाद, 21 मार्च (हप्र)
सूरजकुण्ड हस्तशिल्प मेले में शिल्पी अपने उत्पादों से अपनी कला की छाप छोड़ रहे हैं। वहीं गांव नीमका में जिला कारागार के कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पादों को भी काफी सराहना मिल रही है। जिला जेल की स्टॉल-787 पर लोग जमकर खरीददारी कर रहे हैं। यहां कैदियों द्वारा बनाई गई दीवार घड़ी, मिरर, पेंटिंग, झूला, मंदिर, जूट बैग, ग्रीटिंग कार्ड, पत्थर कुंडल, चरखा, ऐश-ट्रे, रिमोर्ट स्टैंड, पैन स्टैंड, शीशा फ्रेम, निवार बेल्ट, फाइल कवर, पर्स, चाबी स्टैंड, फोन स्ट्रेरी, गणेश प्रतिमा, महिला की स्टैचू, कुर्सी, मूढा सहित अनेक उत्पाद लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। लोग कैदियों द्वारा बनाये सामान देखकर दांतों तले अंगुलियां दबा लेते है।
हुनर में कोई कमी नहीं : जेल अधीक्षक जय किशन छिल्लर ने बताया कि इस स्टॉल पर रखी गई सभी वस्तुएं फरीदाबाद तथा प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंदियों द्वारा बनाई जा रही हैं। जिन बंदियों ने कभी हथियार पकड़े थे आज वे औजार पकड़े हुये हैं। वे अच्छी कलाकृतियां बना रहे हैं और अपने हुनर को दर्शा रहे हैं। स्टॉल पर हो रही खरीददारी से इस बात का भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि जेलों में बंदियों में हुनर की कोई कमी नहीं है।