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डीजल में पानी की मिलावट करने के आरोप, किसानों ने धरना देकर की कार्रवाई की मांग

स्कूल वैन में डलवाए 90 लीटर तेल में मिली मिलावट, टीम ने मौके से लिए सैंपल
कालांवाली के काका किसान केंद्र पर मिलावट के आरोप लगाकर धरने पर बैठे किसानों को समझाते पुलिस कर्मचारी। -निस
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कालांवाली, 24 फरवरी (निस)

कालांवाली-तख्तमल रोड पर स्थित काका किसान सेवा केंद्र पर सोमवार को किसानों ने डीजल में पानी की मिलावट होने के आरोप लगाते हुए सरकार व खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के प्रति जमकर नारेबाजी करते हुए रोष जताया। किसानों का कहना है कि पट्रोप पंप पर पहले भी तेले में पानी की मिलावट के मामले सामने आ चुके हैं।

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हरप्रीत सिंह निवासी गांव तख्तमल ने बताया कि वह राजकीय स्कूल की वैन चलाता है। उसने सोमवार सुबह करीब साढ़े 7 बजे काका तख्तमल रोड पर स्थित पेट्रोल पंप से लगभग 90 लीटर डीजल डलवाया था। वह वैन में डीजल डलवाकर कालांवाली पहुंचा तो बीच रास्ते में ही वैन बंद हो गई। उसने मिस्त्री बुलाकर वैन के फिल्टर खोलकर जांच की तो डीजल में पानी की मिलावट पाई गई। उन्होंने तीन ड्रम में वैन से सारा डीजल निकाला और पेट्रोल पंप संचालक को मौके पर बुलाया। पेट्रोल पंप संचालक डीजल के तीनों ड्रम साथ ले जाने लगे। लेकिन उन्होंने एक अपने पास रख लिया। पेट्रोल पंप संचालक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत व निराधार बताया है।

डीएफएसी के सामने नहीं चली नोजल

जिस नोजल से हरप्रीत सिंह ने डीजल डलवाया था। जब डीएफएसी मुकेश कुमार के सामने उस नोजल की जांच की तो वो नोजल नहीं चली। इसके बाद विभाग ने सेल्स आफिसर को हिसार से बुलाया और नोजल को चालू करवाकर डीजल के सैंपल लिये। इंस्पेक्टर अमित कुमार ने बताया कि विभाग द्वारा डीजल के सैंपल लेकर पानीपत भेजा जाएगा। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि उन्हे पंजाब से सप्लाई हो रहे मिलावटी पेट्रोल-डीजल के बारे में जानकारी नहीं है।

पंजाब से सप्लाई हो रहा मिलावटी पेट्रोल व डीजल

कालांवाली के काका किसान केंद्र पर मिलावट के आरोप लगा बोतल दिखाते किसान।- निस

भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि हरियाणा-पंजाब सीमा पर स्थित कालांवाली एरिया में पंजाब से मोटे स्तर पर कम कीमत का घटिया व मिलावटी किस्म का पेट्रोल व डीजल सप्लाई हो रहा है। इससे बेचने से उन्हे करीब 15 से 20 रूपये प्रति लीटर मुनाफा होता है। जोकि वाहनों व वाहन मालिकों को काफी नुकसान पहुंचा रहा है। बताया जाता है कि कुछ दिनों पहले एक पेट्रोल पंप पर लगभग 40 हजार लीटर घटिया किस्म का तेल पकड़ा था। लेकिन मामला बिना कार्रवाई के आपस में ही रफा-दफा कर दिया गया।

कार्रवाई की मांग को लेकर किसानों ने लगाया धरना

पीड़ित हरप्रीत सिंह ने मामले की सूचना किसान यूनियन को दी। सूचना मिलते ही किसान नेता गुरदास सिंह लक्कड़वाली के नेतृत्व में गांव तख्तमल व आस-पास के गांवों के सैकड़ों किसान पेट्रोल पंप पर पहुंचे और पेट्रोल पंप पर बने टैंकों में से पेट्रोल-डीजल की निष्पक्ष जांच कर पंप को सील करने और नुकसान की भरपाई की मांग की। घटना की सूचना मिलते ही डीएफएससी मुकेश कुमार, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर अमित कुमार, सैंपलिंग टीम और कालांवाली पुलिस प्रशासन ने धरनास्थल पर पहुंचकर किसानों को समझाने का प्रयास किया। किसान पंप को सील करने की मांग पर अडिग रहे। इस मौके पर गुरदास सिंह लक्कड़वाली, फौजी अवतार सिंह, बलदेव सिंह, गुरमेल सिंह, मुख्तयार सिंह, मोहन सिंह, जगदीश सिंह, बिंदर सिंह सहित अनेक किसान मौजूद रहे।

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