सोनीपत, 22 मार्च (हप्र)
दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी), मुरथल के शिक्षकों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस क्रम में शिक्षकों ने सामूहिक रूप से अतिरिक्त कार्यभार से त्यागपत्र दे दिया है। डीसीआरयूएसटी, मुरथल के शिक्षक संगठन डीक्रूटा ने शुक्रवार को आम सभा की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में डीक्रूटा ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन तानाशाही पर उतर आया है।
प्रतिदिन विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से कड़े फरमान जारी किए जाते हैं। विद्यार्थियों के हितों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन की अनदेखी की वजह से वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन नहीं हो पाया है। इसी प्रकार विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों की तकनीकी प्रतिभा को निखारने के लिए प्रतिवर्ष टेक्नोवा फेस्ट का आयोजन किया जाता था, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन इस फाइल को भी घुमा रहा है।
डीक्रूटा ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाया है कि विद्यार्थियों को प्रतियोगिताओं में प्रोत्साहित करने की बजाय उनको रोकने का कार्य किया जा रहा है। हाल ही में आईआईटी, कानपुर में टेक्निकल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए विद्यार्थियों ने अनुमति मांगी तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने उस फाइल पर 1 महीने से ज्यादा समय तक बहाने बनाकर विद्यार्थियों को अनुमति प्रदान नहीं की। अपने भविष्य को देखते हुए विद्यार्थी स्वयं के खर्च पर टेक्निकल प्रतियोगिता में गए ही नहीं, अपितु प्रतियोगिता में रोबोटिक्स प्रतिस्पर्धा में तृतीय स्थान हासिल करके विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया। डीक्रूटा ने आम सभा की बैठक में निर्णय लिया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन की इस तरह की कार्यप्रणाली का विरोध जारी रखा जाएगा। वहीं विद्यार्थियों के हितों के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।
डीक्रूटा ने विश्वविद्यालय के इन फरमानों की प्रतियां जलाकर अपना रोष प्रकट किया। इस अवसर पर डीक्रूटा के प्रधान प्रो.सुरेंद्र दहिया, उपप्रधान डॉ.अनिल यादव, सचिव डॉ.अजमेर सिंह, सह सचिव डॉ.विकास व कोषाध्यक्ष डॉ.ममता भगत समेत अधिकांश शिक्षक मौजूद रहे।