Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

छात्रों का सर्वांगीण विकास गुरुकुलीय शिक्षा प्रणाली से ही संभव : आचार्य देवव्रत

गुरुकुल में प्रवेश हेतु शिक्षा उत्सव का भव्य आयोजन

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
कुरुक्षेत्र गुरुकुल द्वारा आयोजित गुरुकुल शिक्षा उत्सव में अपने बच्चों के साथ पधारे हजारों अभिभावकों को संबोधित करते गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत। -हप्र
Advertisement

कुरुक्षेत्र, 20 मार्च (हप्र)

प्राचीन समय में हमारे देश ऋषि-मुनि द्वारा गुरुकुलों में ही बच्चों को शिक्षित किया जाता था, क्योंकि गुरुकुलीय शिक्षा प्रणाली से बच्चे का सर्वांगीण विकास सम्भव है। उक्त शब्द गुरुकुल कुरुक्षेत्र द्वारा आयोजित गुरुकुल शिक्षा उत्सव में अपने बच्चों के साथ पधारे हजारों अभिभावकों को संबोधित करते हुए गुरुकुल कुरुक्षेत्र के संरक्षक एवं गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहे। उन्होंने कहा कि आधुनिक शिक्षा से आज बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर व दूसरे क्षेत्रों में अपना भविष्य तो बना रहे हैं, मगर युवा पीढ़ी में संस्कारों की कमी स्पष्ट देखी जा रही है, देश में बढ़ते वृद्धाश्रमों की संख्या इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है।

Advertisement

गुरुकुल में छात्रों को अक्षर ज्ञान के साथ पुरातन संस्कारों की अमूल्य धरोहर प्रदान की जाती है, जिससे वे बड़े होकर सभ्य समाज के निर्माण में अपना योगदान दें, अपने कर्त्तव्यों का पालन करने हुए बुढ़ापे में अपने मां-बाप की सेवा करें। इस अवसर पर ओएसडी टू गर्वनर डॉ. राजेन्द्र विद्यालंकार, गुरुकुल कुरुक्षेत्र के निदेशक ब्रिगेडियर डॉ. प्रवीण कुमार, गुरुकुल नीलोखेड़ी के शिवकुमार आर्य, अर्जुनदेव आर्य, गुरुकुल ज्योतिसर के प्राचार्य सचिन आर्य, आर्यकुलम् नीलोखेड़ी के प्राचार्य दिनेश राणा आदि मौजूद रहे।

Advertisement

राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि मोबाइल आज अभिभावकों के लिए एक चुनौती बन गया है क्योंकि बच्चे मोबाइल के आदी हो रहे हैं। इसके अलावा युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति भी समाज के लिए घातक बनती जा रही है। ऐसे में बच्चों को संस्कारवान् बनाना, उन्हें मानवीय मूल्यों से परिपूर्ण करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। गुरुकुलों में ‘सेवा, सुरक्षा, शिक्षा और संस्कार’ के ध्येय वाक्य के अनुरूप छात्रों का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है, जिससे यहां के बच्चे शिक्षा के साथ-साथ प्रत्येक क्षेत्र अग्रणी रहते हैं। आज प्रत्येक अभिभावक अपने बच्चे को गुरुकुल कुरुक्षेत्र में प्रवेश दिलाना चाहता है, क्योंकि उन्हें पूर्ण विश्वास है उनके बच्चों का वर्तमान और भविष्य दोनों गुरुकुलीय शिक्षा से ही सुरक्षित हैं।

डॉ. राजेन्द्र विद्यालंकार ने कहा कि एनडीए, आईआईटी, एनआईटी, नीट आदि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी गुरुकुल कैम्पस में ही अनुभवी शिक्षकों द्वारा दी जाती है। इस वर्ष गुरुकुल कुरुक्षेत्र से 10 छात्र और गुरुकुल ज्योतिसर से 4 छात्रों का चयन एनडीए में हुआ है, वहीं आईआईटी में कई छात्र गये हैं।

Advertisement
×