चंडीगढ़, 21 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार ने इस साल 50 हजार एकड़ भूमि पर धान जैसी परंपरागंत खेती की बजाय मक्का, दलहन व तिलहन का उत्पादन किसानों से करवाने का लक्ष्य रखा है। किसानों को फसल विविधीकरण की ओर आकर्षित किया जाएगा। मक्का उगाने वाले किसानों को सरकार 2400 रुपये प्रति एकड़ तथा दलहन फसलों के उत्पादन पर 3600 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से आर्थिक मदद देगी। सरकार ने 50 हजार एकड़ में फसल विविधीकरण के लिए 38 करोड़ 50 लाख रुपये की मंजूरी दी है। यह निर्णय बृहस्पतिवार को मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में हुई बैठक में लिया गया। बैठक में 159 करोड़ की कृषि परियोजनाओं पर मुहर लगी।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) आपदा प्रबंधन पीके दास, वित्त विभाग के एसीएस टीवीएसएन प्रसाद, कृषि विभाग की एसीएस सुमिता मिश्रा, सिंचाई विभाग के एसीएस देवेंद्र सिंह, पशुपालन विभाग के आयुक्त एवं सचिव पंकज अग्रवाल, डेरी विकास विभाग के एमडी ए. श्रीनिवास बैठक में शामिल हुए।
25 लाख के सॉयल हेल्थ कार्ड
सॉयल हेल्थ कार्ड योजना के तहत मिट्टी (मृदा) की जांच की जा रही है। किसानों को भूमि की गुणवत्ता अनुसार खाद, बीज आदि का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए 100 मिट्टी जांच लेबोरेट्री संचालित की जा रही है। इनके माध्यम से अब तक 25 लाख सैंपल लिए हैं तथा किसानों, किसान सहायकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
20 हजार एकड़ भूमि जलभराव से होगी मुक्त
किसानों को जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए पोर्टल बनाया है। किसान स्वेच्छा से पोर्टल पर अपलोड कर अपनी कृषि भूमि से जल निकासी करवा सकते हैं। इस वर्ष झज्जर, रोहतक, सोनीपत के किसानों की 20 हजार एकड़ भूमि को जलभराव समस्या से निजात दिलाने का लक्ष्य रखा है।