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खाद, कीटनाशक की दुकानों पर कृषि विभाग का छापा, मिली खामियां, 4 के लाइसेंस सस्पेंड

जिला में एक लाख 15 हजार एमटी यूरिया, डीएपी खाद की आवश्यकता
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रमेश सरोए/ हप्र

करनाल, 26 जून

जिला में यूरिया, डीएपी खाद की कोई किल्लत न हो, कोई खाद व कीटनाशक विक्रेता यूरिया व डीएपी की कालाबाजारी न कर सके, इसे देखते हुए कृषि विभाग द्वारा एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया। कमेटी में उपमंडल अधिकारी, (नागरिक), तहसीलदार, नायब तहसीलदार, उपमंडल कृषि अधिकारी, गुण नियंत्रण निरीक्षक, सहायक पौधा संरक्षक अधिकारी सदस्य नियुक्त किए गए हैं। जिले में इस कमेटी द्वारा खाद व कीटनाशक विक्रेताओं का समय पर औचक निरीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान टीमों को करनाल व असंध में 6 विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं, जिसके अनियमितता पाए जाने उपरांत 4 लाइसेंस सस्पेंड कर दिए गए। कृषि विभाग द्वारा मैसर्ज सिंगला फर्टिलाइजर नई अनाजमंडी करनाल, मैसर्ज रमन ट्रैडर्स नई अनाजमंडी करनाल, मैसर्ज तेजस्वी ट्रेडिंग कंपनी असंध, मैसर्ज गोयल ट्रैडिंग कंपनी जलमाना असंध आदि के लाइसेंस सस्पेंड किए गए।

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कृषि विभाग के उप निदेशक बोले

कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. वजीर सिंह ने बताया कि जिला में खरीफ सीजन में लगभग 5 लाख 30 हजार एकड़ में विभिन्न फसलों की काश्त की जाती है, जिसमें लगभग 4 लाख 50 हजार एकड़ में धान की फसल 42 हजार एकड़ में गन्ना फसल व 38 हजार एकड़ में अन्य दूसरी फसलों की बिजाई की जाती है। इन सभी खरीफ फसलों के लिए जिले में लगभग 95 हजार एमटी यूरिया व 20 हजार एमटी डीएपी खाद की आवश्यकता होती है। जिला में अब तक डीएपी खाद की आपूर्ति लगभग पूरी हो चुकी है तथा यूरिया खाद की 51 हजार एमटी की बिक्री की जा चुकी है।

उन्होंने बताया कि यूरिया व डीएपी व अन्य खादों की आवश्यकता अनुसार मांग व पूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए जिले में खाद विक्रेताओं द्वारा टैगिंग, काला बाजारी व अन्य गैर-कानूनी गतिविधियों की रोकथाम के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया। कमेटी द्वारा करनाल व असंध में खाद व कीटनाशक विक्रेताओं का औचक निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण दौरान जो भी खाद व कीटनाशक रिकॉर्ड से संबंधित विभिन्न प्रकार की खामियां पाई गई थीं। एक्ट अनुसार विभाग द्वारा 6 विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। अनियमितता पाए जाने उपरांत 4 लाइसेंस निलंबित किए गए हैं। कृषि विभाग के उप निर्देशक डॉ. वजीर सिंह ने बताया कि जिला में यूरिया व डीएपी खाद की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है।

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