भिवानी, 13 जनवरी (हप्र)
सुप्रीमकोर्ट ने गतिरोध दूर करने के लिए बेशक तीन कृषि कानूनों को लेकर स्थगनादेश दे दिया हो लेकिन किसान तीनों कानून रद्द होने तक पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। आज कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरने के 20वें दिन मकर संक्रान्ति और लोहड़ी के पर्व पर आंदोलनकारियों ने तीनों कृषि कानूनों के विरोधस्वरूप नारेबाजी के बीच प्रतियां जलाईं। उनका कहना है कि अब आरपार की लड़ाई होगी और जब तक ये काले कानून रद्द नहीं होते उनका जनांदोलन ऐसे ही जारी रहेगा।
संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में चल रहा अनिश्चितकालीन धरना खाप 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, चौधरी छोटू राम व अंबेडकर मंच के संयोजक गंगाराम श्योराण, जाटू खाप चौरासी के राज सिंह, सुभाष यादव पहलादगढ़, किसान सभा के रणधीर कुंगड़ की संयुक्त अध्यक्षता में कितलाना टोल पर 20वें दिन भी टोल फ्री रहा। किसान नेताओ ने कहा कि 17 जनवरी को सुबह 10.30 बजे दादरी के हुड्डा ग्राउंड में जिले भर के किसान इकट्ठे होकर शहर में ट्रैक्टर मार्च करेंगे। उन्होंने कहा कि हर सूरत में किसान 26 जनवरी को दिल्ली में किसान परेड करेंगे। उसके लिए 25 जनवरी को कूच किया जाएगा।
‘कृषि कानून किसानों की भलाई के लिए’
भिवानी (हप्र) : प्रदेशभर में युवाओं के जन कल्याण के लिए युवा आयोग समय-समय पर उनके जन कल्याण के लिए अनेक जनहित की योजनाएं शुरू कर रहा है, जिनका फायदा प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को मिलेगा। भाजपा सरकार पूरी तरह किसान हितैषी है और तीनों नए कृषि कानून किसानों की भलाई के लिए बनाए गए हैं। यह बात भाजपा के वरिष्ठ नेता पाले राम गुर्जर ने अपने तोशाम स्थित आवास पर कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए कही है। उन्होंंने कहा कि केंद्र सरकार बनाए गए कानून किसानों की भलाई के लिए बनाए हैं। इन कानूनों से किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी।
ट्रैक्टर रैली के लिए 1100 किसानों का पंजीकरण
बाढड़ा (निस): सर्वजातीय श्योराण खाप की टीमों ने बुधवार को क्षेत्र के कई गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाकर किसानों के समर्थन में आगामी 18 जनवरी को उपमंडल के गांवों से ट्रैक्टरों का काफिला मुख्य क्रांतिकारी चौक पर पहुंचने का न्यौता दिया। सर्वजातीय श्योराण खाप 25 के अध्यक्ष बिजेन्द्र बेरला ने गांव कादमा, बडराई, गोपालवास में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए बताया कि 18 जनवरी की ट्रैक्टर होगा रैली के लिए अभी तक लगभग 1100 किसानों का पंजीकरण किया गया है जो मुख्य क्रांतिकारी चौक पर पहुंच कर रोष प्रकट करेंगे।
किसान बहकावे में नहीं आयेंगे : भाकियू
हिसार (हप्र) : भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के बैनर तले बुधवार को केंद्र सरकार के किसान विरोधी कृषि कानूनों के विरोध में मय्यड़ टोल पर प्रतियां जलाकर विरोध जताया गया। यूनियन के जिलाध्यक्ष काला कनोह ने कहा कि सरकार ने एक सोची-समझी साजिश के तहत किसान आंदोलन को कमजोर करने का काम किया है, लेकिन किसान किसी बहकावे में नहीं आएंगे। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे 23 जनवरी को दिल्ली में संसद की परेड के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में भाग लें।
कृषि कानूनों को रद्द कराकर रहेंगे
सफीदों (निस) : सफीदों-जींद स्टेट हाईवे पर यहां से 15 किलोमीटर दूर जामनी चौक पर कुछ किसानों ने केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री के विरोध में नारेबाजी करते हुए कृषि कानूनों की प्रतियां जलाईं। इस मौके पर किसानों ने दोहराया कि वे तीनों कृषि कानूनों को रद्द करा कर रहेंगे। बुधवार दोपहर आसपास के गावों जामनी, कालवा, रजाना, अमरावली खेड़ा, पिल्लूखेड़ा व रिटोली आदि के किसान जामनी चौक पर इकट्ठे हुए और कानूनों की प्रतियों का नाम देकर उन्हें आग के हवाले कर दिया।
किसानों और कृषि को नष्ट कर देंगे कानून
जुलाना/जींद, (हप्र) : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को कस्बे में किसान व मजदूरों ने कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किया। जिसकी अध्यक्षता मजदूर नेता सुभाष पांचाल और रिटायर्ड कर्मचारी नेता ईश्वर ठाकुर ने की। उन्होंने कहा कि काले कानूनों में पहला कानून एपीएमसी को खत्म करने और कृषि उपज के पूरे व्यापार को घरेलू और विदेशी कारपोरेट को सौंपने के लिए बनाया गया है। यह किसानों और कृषि दोनों को नष्ट कर देगा। यह अंतत: एमएसपी खाद्यान्न की खरीद और साथ ही सार्वजनिक वितरण प्रणाली को खत्म कर देगा।
कड़कड़ाती ठंड में भी किसान डटे
नारनौल (हप्र) : अखिल भारतीय किसान आंदोलन समन्वय समिति का किसान आंदोलन दूसरे दिन में प्रवेश कर गया है। बीती रात को कुलदीप भरगढ़, अजय चौधरी, देवेंद्र हुडीना और गिरीश खेड़ा आदि ने खुले आसमान के नीचे कड़कड़ाती ठंड में पंडाल में पूरी रात का धरना चलाकर पंजाब व उत्तरी हरियाणा के किसानों के जुझारू जज्बे को सलाम किया। यह धरना दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा और उक्त नेताओं के अलावा सुल्तान सिंह नांगल शालू, प्रदीप मंडलाना, सरपंच अजीत करोता, विक्की नांगल शालू, अश्विनी जेलदार, अखिलेश, कृष्ण सैनी, हरकेश वर्मा, परमवीर यादव, दादा लीला पंडित, आत्माराम, अजीत सिंह गोद, अजय यादव गोद, सतीश, रामबिलास व महेंद्र सिंह आदि सैकड़ों किसानों ने भाग लिया।
कानून बनेंगे किसानों की बर्बादी : डाॅ. शर्मा
गोहाना (निस) : बुधवार की शाम को जन संघर्ष मंच और मेहनतकश किसान मजदूर संगठन ने लोहड़ी जलाई और उसकी आग में कृषि कानूनों की प्रतियां जला डालीं। प्रदर्शन का नेतृत्व जन संघर्ष मंच के प्रदेश सलाहकार डाॅ. सीडी शर्मा ने किया। प्रदर्शनकारी संगठनों के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए डाॅ. शर्मा ने कहा कि नये कानूनों से किसानों की बर्बादी की कहानी लिखने का वैधानिक हक पूंजीपति घरानों को मिल जाएगा।
हिंदोखला धाम पर धरना चौथे दिन भी जारी
बाढड़ा (निस) : प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हिंदोखला धाम गांव कारीमेला पर दस गांवों के किसानों का धरना चौथे दिन भी जारी रहा। आज किसानों ने कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर रोष जताया। भाजपा को एक सप्ताह पूर्व अलविदा कह चुके पूर्व विधायक नृपेन्द्र सिंह मांढी ने हिंदोखला धाम पर महाराज राकेश गिरी की अध्यक्षता में संचालित धरने के चौथे दिन किसानों को संबोधित किया।
झिंझर से ग्रामीणों ने पहुंचाई खाद्य सामग्री
चरखी दादरी (निस) : सर्वजातीय खाप फौगाट-19 के नेतृत्व में बुधवार को गांव झिंझर के लोगों ने टिकरी बॉर्डर पर पहुंचकर किसानों का समर्थन किया। इस दोरान ग्रामीणों ने देसी घी, दूध, गाजर, आलू, मटर, सरसों का तेल, किन्नू, बिस्कुट, मुंगफली, चीनी, चाय-कप, गिलास इत्यादि खाद्य सामग्री किसानों को सौंपी। खाप फौगाट-19 के प्रधान बलवंत सिंह फौगाट एवं सचिव सुरेश फौगाट ने ग्रामीणों के 15 से भी अधिक किसानों के जत्थे को रवाना किया। सुरेश फौगाट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा जो कमेटी गठित की गई है, वह सरकार से मिली हुई है, क्योंकि इस कमेटी के तीन व्यक्ति पहले ही इन कृषि बिलों को सही ठहरा चुके हैं।
वकील बोले, सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का लिया सहारा
रेवाड़ी (निस) : बार एसोसिएशन रेवाड़ी के वकीलों ने बुधवार को जिला सचिवालय परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया और कृषि कानूनों की प्रतिलिपियां जलाई। चौ. राजेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, मनिंदर सिंह, गजराज सिंह यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो अंतरिम आदेश दे दिया है, वह कभी भी खत्म हो सकता है। सरकार ने अपने ऊपर जारी जन दबाव को कम करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का सहारा लिया है। जिस दिन आंदोलन कमजोर होगा, उसी दिन स्टे को भी हटाए जाने की पूरी आशंका है।
18 को टोल पर मनाया जायेगा महिला दिवस
जींद (हप्र) : एनएच 352 पर स्थित खटकड़ टोल टैक्स के बुधवार को किसानों का 19वें दिन भी कृषि कानूनों के विरोध में धरना जारी रहा। इसकी अध्यक्षता अनूप खटकड़ करसिंधु ने की। लोहड़ी के पर्व पर किसानों ने कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर लोहड़ी का पर्व मनाया। किसानों ने कहा कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं होते तब तक घर वापसी किसान नहीं करेंगे। ठंड के मौसम में अपने परिवारों के साथ दिल्ली बार्डर पर किसान धरना दे रहे हैं तो टोल पर भी कई दिनों से किसान धरना दे रहे हैं। खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान, आजाद पालवां ने कहा कि 18 जनवरी को टोल पर महिला दिवस मनाया जायेगा। इस दिन आसपास के गांवों से महिलाएं खुद टैक्ट्रर चला कर आएगी।
कृषि कानूनों की प्रतियां फूंकी
भिवानी (हप्र)। देश भर में तीन कृषि कानूनों का जमकर विरोध हो रहा है। एक तरफ जहां दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसान कोई कसर नहीं छोड़ रहे तो वहीं इनके खिलाफ धरने प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इसी के तहत कस्बा तोशाम में बुधवार को कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने कृषि कानूनों की प्रतियां फूंकी और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग की। इस अवसर पर राजेश कुमार पप्पू, भागू पंघाल, राजेश श्योराण छाना, सुरेन्द्र पंघाल, संदीप पघाल, दयानंद होलदार मौजूद रहे।
‘कृषि कानूनों की वापसी तक करेंगे संघर्ष’
गोहाना (निस) : भारतीय किसान यूनियन की हरियाणा इकाई के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने बुधवार को कहा कि कृषि कानूनों के अमल पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई अस्थायी रोक मंजूर नहीं है तथा जब तक ये कानून वापस नहीं हो जाएंगे, तब तक संघर्ष रहेगा। नरवाल शहर के दीनबंधु चौ. छोटू राम चौक में तीनों नए कृषि कानून की प्रतियां फूंके जाने के प्रदर्शन का नेतृत्त्व कर रहे थे। सत्यवान नरवाल ने दो टूक कहा कि किसानों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की गई कमेटी से कोई उम्मीद नहीं है।
किसानों का अर्धनग्न होकर प्रदर्शन
झज्जर (हप्र) : कृषि अध्यादेशों को लेकर कड़कड़ाती ठंड में यहां टिकरी बॉर्डर पर युवा किसानों का अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करने का सिलसिला जारी है। बुधवार को किसानों ने एक बार फिर से अपना विरोध जताते हुए अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। किसानों का कहना था कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट द्वारा कानूनों पर स्टे लगाना कतई मंजूर नहीं है।
ट्रैक्टर प्रदर्शन को लेकर किसानों की पंचायत
चरखी दादरी (निस) : किसान आंदोलन को लेकर उनके समर्थन में ट्रैक्टरों के होने वाले शक्ति प्रदर्शन पर गांव इमलोटा में पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में लिए फैसले के अनुसार गांव इमलोटा के ग्रामीण दादरी में 17 तारीख को होने वाले किसान शक्ति प्रदर्शन में सैकड़ों ट्रैक्टरों के साथ शामिल होंगे। पंचायत में सभी ने निर्णय लिया कि ट्रैक्टरों के शक्ति प्रदर्शन से पहले टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के लिए गांव से दूध, लस्सी, उपले, फल-फ्रूट इकट्ठे करके पहुंचाये जाएंगे। इस दौरान किसानों ने कहा कि वे 26 तारीख को भी किसान आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए सैकड़ों ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली कूच करेंगे।