हिसार, 22 अगस्त (निस)
कृषि में विविधिकरण और नयी तकनीकों को लेकर हकृवि में आयोजित ऑनलाइन वेबिनार में प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कृषि में विविधीकरण को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि जब देश का किसान खुशहाल, आत्मनिर्भर और समृद्ध होगा तभी देश प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा।
कृषि महाविद्यालय के वानिकी विभाग द्वारा आयोजित वेबिनार का विषय ‘कृषि में विविधता: किसानों की आजीविका में सुधार के लिए अभिनव कार्यक्रम’ था। इसके संयोजक कृषि वानिकी के विभागाध्यक्ष डॉ. आरएस ढिल्लो थे। वेबिनार के लिए 1517 किसानों और कृषि वैज्ञानिकों ने पंजीकरण करवाया था।
दलाल ने कहा कि कोरोना महामारी की इस संकट की घड़ी में प्रदेश के अन्नदाता ने केन्द्रीय पूल में रिकार्ड उत्पादन जमा करके देश के अनाज भंडारण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। किसान समय की मांग को देखते हुए फसल विविधिकरण, कृषि व इससे जुड़े व्यवसाय, उन्नत किस्मों के बीज, विश्वविद्यालय की विकसित आधुनिक तकनीक अपनाकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं।
कुलपति प्रो. समर सिंह ने कृषि मंत्री को विश्वास दिलाया कि प्रदेश का विश्वविद्यालय व कृषि वैज्ञानिक किसानों की हर समस्या के समाधान के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। कृषि मंत्री की मेहनत और किसान हितैषी सोच का ही परिणाम है कि जब पिछले दिनों हरियाणा में टिड्डी दल के आक्रमण हुआ तो उन्होंने स्वयं कमान संभालते हुए किसानों के बीच रहकर इसका बेहतर तरीके से नियंत्रण किया।
वेबिनार में प्रबंधन मंडल सदस्य सुदेश चौधरी, अनुसंधान निदेशक डॉ. एसके सहरावत, विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. आरएस हुड्डा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. विनोद बत्तरा, एबिक सेंटर की नोडल अधिकारी डॉ. सीमा रानी आदि मौजूद थे।