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एमएसएमई सेक्टर के लिए आरबीआई के साथ समझौता

चंडीगढ़, 11 अक्तूबर (ट्रिन्यू) हरियाणा प्रदेश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक अन्य महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए उद्योग और वाणिज्य विभाग ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा अनुमोदित तीन टीआरईडीएस...

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चंडीगढ़, 11 अक्तूबर (ट्रिन्यू)

हरियाणा प्रदेश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक अन्य महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए उद्योग और वाणिज्य विभाग ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा अनुमोदित तीन टीआरईडीएस (व्यापार प्राप्य ई डिस्काउंटिंग सिस्टम) संस्थाओं के साथ समझौता ज्ञापन (एमओए) का आदान-प्रदान किया। एमओए मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की उपस्थिति में बुधवार को यहां एक्सचेंज किया गया।

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एमओए का आदान-प्रदान रिसीवेबल एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (आरएक्सआईएल), मायंड सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड (एम1एक्सचेंज) और ए.टीआरईडीएस लिमिटेड (इनवॉइसमार्ट) के साथ किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा मुख्य रूप से कृषि प्रधान प्रदेश है, लेकिन घटती भूमि जोत के कारण इस क्षेत्र का दायरा सीमित है। नतीजतन, उद्योगों और अन्य क्षेत्रों में को प्रोत्साहन व बढावा देने की अति आवश्यकता है। राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के विकास को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय रूप से विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है।

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उन्होंने टीआरईडीएस प्लेटफॉर्म पर आपूर्तिकर्ताओं, खरीदारों, बैंकरों और एनबीएफसी की सक्रिय भागीदारी, एमएसएमई के बीच डिजिटल ऋण और उठाव को बढ़ावा देने के माध्यम से एमएसएमई पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने की वर्तमान आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार धीरे-धीरे अपने विभागों और पीएसयू को टीआरईडीएस प्लेटफॉर्म पर ला रही है, जिससे एमएसएमई आपूर्तिकर्ताओं को समय पर और पारदर्शी भुगतान सुनिश्चित हो सके।

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा में उद्योगों ने हाल के वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि का अनुभव किया है, जिससे विभिन्न प्रकार के औद्योगीकरण को बढ़ावा मिला है।

उन्होंने राज्य में एमएसएमई की बढ़ती संख्या पर प्रकाश डाला और आश्वासन दिया कि सरकार इन उद्यमों के लिए सुरक्षा और सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारतीय रिजर्व बैंक की एक पहल, टीआरईडीएस, एमएसएमई के लिए कार्यशील पूंजी सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है।

एमओए नकदी संकट से जूझ रहे एमएसएमई के बीच तरलता बढ़ाने की दिशा में एक स्वागत योग्य कदम है। इस मौके पर पर श्रम राज्य मंत्री अनूप धानक, मुख्य सचिव संजीव कौशल, सीएम के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, प्रधान सचिव वी़ उमाशंकर, एसीएस आनंद मोहन शरण, सुमिता मिश्रा, अनुराग रस्तोगी, एके सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

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