गुरुग्राम, 9 जून (निस)
ऑर्गेनिक और पारंपरिक भारतीय खेती को बढ़ावा देने वाली स्वयं सेवी संस्था खेती विरासत मिशन द्वारा आज एसजीटी यूनिवर्सिटी के कृषि संकाय के साथ एक समझौता किया गया। इस समझौते के तहत एसजीटी यूनिवर्सिटी का कृषि संकाय क्षेत्र में बाजरा तथा अन्य मिलेट फसलों को प्रचारित करेगा तथा होटल एवं टूरिज्म संकाय मिलेट भोजन का उपयोग करेगा। आज के कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एसजीटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पदमश्री राम बहादुर राय थे। इस अवसर पर श्री दशमेश एजुकेशन चेरिटेबल ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी मनमोहन सिंह चावला, खेती विरासत मिशन के उमेंद्र दत्त, प्रो वाइस चांसलर प्रो. विनोद कुमार एवं प्रो. विकास धवन तथा कृषि संकाय के डीन प्रोफेसर अशोक कुमार उपस्थित थे। इस अवसर पर बोलते हुए पदमश्री राम बहादुर राय ने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छे आहार का होना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि खेती विरासत मिशन पिछले कई वर्षो से ऑर्गेनिक तथा मिलेट की खेती को बढ़ावा दे रहा है क्योंकि यह फसलें स्वास्थ्य के लिए अति उपयोगी है। उमेंद्र दत्त ने बताया कि उन्होंने खेती विरासत मिशन के लिए पंजाब इसलिए चुना क्योंकि वहाँ पर कीटनाशक दवाओं के अत्यधिक उपयोग से कैंसर के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। प्रो वाइस चांसलर प्रो.विनोद कुमार ने खेती विरासत मिशन को एसजीटी यूनिवर्सिटी में आकर ये समझौता करने के लिए संस्था का आभार व्यक्त किया।