विवेक बंसल/निस
गुरुग्राम, 8 जुलाई
मेवात की राजनीतिक राजधानी नूह नगर परिषद का चुनाव जीतने के बाद जजपा के हौसले बढ़ गए हैं और वह अब मानेसर नगर निगम चुनाव जीतने की तैयारियों में जुट गई है इसके लिए चुनाव जीतने वाले स्वच्छ छवि के उम्मीदवारों की तलाशी का काम शुरू हो चुका है। जजपा ने नूंह में अपना उम्मीदवार और पार्षद संजय मनोचा को समझौता पुनः लागू होने से पहले ही घोषित कर दिया था। बाद में भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट को कमजोर मानकर जेजेपी के खाते में डाल दिया तो भी जजपा ने संजय मनोचा के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा और उसे विजय बनाया। बीजेपी के युवा नेता दिग्विजय चौटाला के मार्गदर्शन में बनाई गई चुनावी रणनीति और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व महासचिव दलवीर धनखड़ तथा भाजपा नेता जाकिर हुसैन की जोड़ी जजपा और भाजपा कार्यकर्ताओं की मदद से स्थानीय कांग्रेस के नेता और विधायक आफताब अहमद समर्थित उम्मीदवार विष्णु सिंगला को धूल चटा दी। हालांकि विधानसभा चुनाव में इस शहर से भाजपा उम्मीदवार जाकिर हुसैन को कांग्रेस के प्रत्याशी आफताब अहमद ने काफी बढ़त से हराया था। कांग्रेस समर्थक का कहना है कि नगर परिषद चुनाव में स्थानीय उम्मीदवार स्तर पर मुकाबला था यही कारण है कि अली प्रधान 1002, जेकम अल्वी ने 724, कमल गोयल ने 621 हसन मोहम्मद ने 410 और थान सिंह ने 224 मत प्राप्त किए जो कि कस्बाई राजनीति में स्पष्ट रूप से जाने जाते हैं कि उन्होंने कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी विष्णु सिंगला का ही नुकसान किया है । भाजपा के बागी कमल गोयल और थान सिंह विष्णु सिंगला की सियासी दुश्मनी का लाभ जजपा प्रत्याशी को मिला है। कांग्रेस कोई भी तर्क दे जजपा उत्साहित है ।
गठबंधन को उम्मीद
नूंह शुद्ध रूप से कांग्रेस के विधायक और हरियाणा विधानसभा में विधायक दल के उप नेता आफताब अहमद का गढ़ माना जाता है परंतु जजपा नेता दलवीर धनखड़ और चौधरी जाकिर हुसैन की जोड़ी ने कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाकर आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा जजपा गठबंधन को एक नयी उम्मीद पैदा कर दी है । यह उम्मीद है दोनों पार्टियों में समझौता होने पर जजपा को यह सीट दी जा सकती है। जजपा के कई नेता नगर परिषद चुनाव परिणाम से गदगद विधानसभा सीट जीतने के सपने ले रहे हैं जबकि कांग्रेस के विधायक आफताब अहमद समर्थक मानते हैं कि कुछ उम्मीदवार और कुछ रणनीति के अभाव में जजपा के चेयरमैन प्रत्याशी संजय मनोचा कांग्रेस प्रत्याशी विष्णु सिंगला के मुकाबले 237 मतों से जीत गए हैं लेकिन जजपा की इस चुनाव में जीत से काफी दूर है।