ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 2 मार्च
हरियाणा के 10 शहरों में बड़े बिजली चोरों पर शिकंसा कसने के बाद अब बिजली निगमों द्वारा नई मुहिम चलाई जाएगी। इसके तहत औद्योगिक, कमर्शियल व घरेलू कनेक्शनों का लोड बढ़ेगा। बिजली निगमों की 256 टीमों ने पिछले दिनों राज्य में लगातार दो दिन तक रेड की। कुल 7710 प्रतिष्ठानों में की गई रेड के दौरान 2735 जगहों पर बिजली चोरी पकड़ी गई। इनमें से बड़ी संख्या में ऐसे मामले थे, जहां लोड अधिक था लेकिन उन्होंने छोटे कनेक्शन लिए हुए थे।
इसी तरह से करोड़ों के बकाया होने के बाद उसी कैम्पस में दूसरे नाम से नया कनेक्शन लेने और खेती के कनेक्शन का इस्तेमाल कमर्शियल गतिविधियों में करने के मामले सामने आए हैं। दो दिन की रेड के बाद पावर मिनिस्टर चौ़ रणजीत सिंह के आदेशों पर बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने सभी अधिकारियों को आदेश जारी किए हैं। जिन प्रतिष्ठानों में बिजली चोरी पकड़ी गई, उन सभी को नोटिस जारी करने शुरू कर दिए हैं।
बिजली चोरी के मामलों में जुर्माना तो लगेगा ही, साथ ही पुलिस केस भी दर्ज करवाए जा सकते हैं। नोटिस के बाद संबंधित कंपनियों, उद्योगों व दूसरे लोगों के जवाब का इंतजार विभाग करेगा। जवाब के बाद अगली कार्यवाही होगी। इससे पहले विशेष मुहिम चलाकर लोड बढ़ाया जाएगा। छापेमारी में पता लगा कि कई उद्योगों में जितने लोड के मीटर लगा रखे थे, असल में उससे कहीं अधिक लोड मिला।
अधिक लोड मिलने के कारण भारी जुर्माना विभाग की ओर से लगाया जाएगा। इसके लिए गिनती की जा रही है। अब ऐसे उद्योगपतियों को बिजली निगम एक राहत भी देगा। जिनके यहां लोड अधिक है, वे आवेदन कर लोड बढ़वा सकेंगे। पीके ने कहा कि दो दिनों में 2700 अधिक जगहों पर चोरी पकड़ी गई है। उनका कहना है कि इससे बिजली विभाग को 200 करोड़ रुपये तक का अतिरिक्त राजस्व हासिल होगा। बहरहाल, निगमों के अधिकारी नोटिस जारी करने में जुटे हैं।
इस तरह चली चोरी के खिलाफ स्ट्राइक
पावर मिनिस्टर रणजीत सिंह के पास बिजली चोरी की कई शिकायतें आ चुकी थी। वे पिछले पंद्रह-बीस दिनों से इस पर मंथन कर रहे थे। फिर सीएम मनोहर लाल खट्टर से मिले और पूरा मामला ब्रीफ किया। सीएम ने हाथों-हाथ चोरी के खिलाफ ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की हरी झंडी दे दी। विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास व सीआईडी चीफ आलोक मित्तल को ‘ऑपरेशन’ में शामिल किया गया। लगातार दो दिन तक रेड चली और इतनी बड़ी संख्या में चोरी के मामले पकड़े गए।
अपनी तरह का पहला ऑपरेशन
प्रदेश के 55 वर्षों के इतिहास में बिजली चोरी पकड़ने के लिए पहली बार इतना बड़ा ऑपरेशन हुआ। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के अंतर्गत आने वाले राज्य के 10 शहरों में लगातार दो दिनों तक चली छापेमारी के दौरान बिजली निगमों की टीम 7 हजार 710 प्रतिष्ठानों में पहुंची। गुरुग्राम व फरीदाबाद की कई बड़ी और नामचीन कंपनियों में भी निगमों की टीम ने रेड की। इंडस्ट्री के अलावा शॉपिंग कॉम्पलैक्स, मॉल, शोरूम व पीजी आदि में बिजली चोरी की शिकायतें पहले भी आती रही लेकिन किसी भी सरकार ने इच्छा शक्ति नहीं दिखाई। बिजली निगमों की टीम ने गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, रेवाड़ी, नारनौल, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, भिवानी व जींद में छापेमारी की।
यहां-यहां पहुंची निगमों की टीम
निगमों की कुल 236 टीमों का गठन किया। एक टीम में 3 से लेकर 5 तक अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे। लगभग 1200 अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम ने इन 10 शहरों में कुल 7 हजार 710 प्रतिष्ठानों में छापा मारा। इनमें घरेलू, गैर-घरेलू व औद्योगिक इकाइयां शामिल थीं। छापेमारी के बाद 2735 घरों में बिजली चोरी पकड़ी गई। इनमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, मानेसर, रेवाड़ी व धारूहेड़ा आदि शहरों में चलने वाले पीजी अधिक हैं। पीजी के लिए भी घरेलू कनेक्शन लिए हुए हैं। इसी तरह से 195 बड़े शोरूम, शॉपिंग कॉम्पलैक्स, मॉल व बड़ी कंपनियों के दफ्तरों में चोरी पकड़ी गई। कुल 206 इंडस्ट्री में छापा मारा गया और इनमें से 32 में बड़े स्तर पर चोरी पकड़ी गई। शुरूआत में बिजली चोरी के सभी मामलों में 12 करोड़ रुपये के करीब का जुर्माना लगाया गया। सरकार का मानना है कि इस मुहिम से 200 करोड़ रुपये से अधिक की रिकवरी अकेले मार्च में होने की उम्मीद है।
क्या कहते हैं मंत्री
पावर मिनिस्टर चौ़ रणजीत सिंह ने कहा कि 15 दिनों से चोरी के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग चल रही थी। कई अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत भी सामने आई है। सभी के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही होगी। जल्द ही निगमों के अंदर भी ‘स्ट्राइक’ करेंगे।
जानिए कहां चोरी के कितने मामले पकड़े
शहर चोरी केस
गुरुग्राम-। 219
गुरुग्राम-।। 282
फरीदाबाद 244
पलवल 332
रेवाड़ी 140
नारनौल 171
हिसार 380
फतेहाबाद 180
सिरसा 192
भिवानी 280
जींद 315
कुल 2735