बल्लभगढ़/फरीदाबाद, 15 अक्तूबर (निस/हप्र)
फरीदाबाद के गांव छायंसा में यमुना नदी किनारे दुर्गा पूजा के उपलक्ष्य में मूर्ति विसर्जन करने के दौरान नदी में नहाते समय 3 चचेरे भाई डूब गये। करीब पांच घंटे तक ग्रामीण गोताखोर तीनों बच्चों की तलाश करते रहे, लेकिन देर शाम तक बच्चों का सुराग नहीं लगा। घटना की जानकारी मिलते ही बल्लभगढ़ के एसडीएम त्रिलोक चंद व एसीपी मौके पर पहुंचे तथा बच्चों को ढूंढ़ने का अभियान जारी रहा।
गांव करनेरा स्थित कॉलोनी निवासी सुखबीर ने बताया कि आज दोपहर करीब एक बजे वह अपने परिवार के साथ दुर्गा पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन के लिए छायंसा स्थित यमुना घाट पर पहुंचे। मूर्ति विसर्जन के बाद परिवार के लोग यमुना नदी में स्नान कर रहे थे। तभी अचानक उसका 17 साल का बेटा अनुज, उसके भाई कर्ण सिंह का बेटा सुमित (17) एवं पीयूष (16) निवासी महीपालपुर (दिल्ली) यमुना नदी में नहाने चले गये। इस बीच पानी के तेज बहाव के कारण तीनों बच्चे पानी में डूब गये। अनुज, सुमित व पीयूष के पानी में डूबते ही मौके पर मौजूद महिलाओं व पुरुषों में हाहाकार मच गया। कोई उन्हें बचाने के लिए भाग रहा था तो कोई शोर मचा रहा था। काफी ग्रामीण बच्चों को बचाने के लिए यमुना नदी में कूद पड़े, लेकिन काफी प्रयास करने के बाद बच्चों का कोई सुराग नहीं लगा।
एसडीएम, डीसीपी व एसीपी ने किया मौका मुआयना
यमुना नदी में तीन चचेरे भाइयों के डूबने की सूचना मिलते ही बल्लभगढ़ के एसडीएम त्रिलोक चंद, डीसीपी जयवीर राठी, एसीपी सुरेंद्र श्योराण सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने गोताखोरों को बच्चों को तलाशने के लिए लगा दिया। एसडीएम त्रिलोक चंद ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम को बुलाने के लिए कह दिया है। टीम के आते ही बच्चों की खोजबीन और तेजी से शुरू हो जाएगी।
क्या कहते हैं एसीपी
एसीपी तिगांव सुरेंद्र श्योराण ने बताया कि सुखबीर के बयान पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। तीनों बच्चों को तलाश किया जा रहा है।