अरविंद शर्मा/निस
जगाधरी, 9 अगस्त
लंपी स्किन रोग का कहर फिलहाल तो कम नहीं हो रहा है। बीमार गायों का दूध पीने से भी लोग डरने लगे हैं। वहीं पशुपालन विभाग के डाक्टरों ने बीमार पशुओं को आइसोलेट करने की पशुपालकों को सलाह दी है। उधर, पशुपालकों का कहना है कि उनके यहां पशुपालन विभाग की टीमें नहीं पहुंची है। बीते करीब तीन हफ्ते से गायों में लंपी स्किन बीमारी फैली हुई है। इससे एक दर्जन के करीब पशुओं की मौत हो चुकी है।
जिले में गत दिवस तक इस रोग की चपेट में करीब 5 हजार गायें आ चुकी थीं। बीमारी के न रुकने से पशुपालकों की चिंता बढ़ गई है। जानकारी के अनुसार बीमार गायों की ज्यादा संख्या जगाधरी व रादौर इलाके में है।
हालात यह हो गए हैं कि लोग इनका दूध पीने से भी डरने लगे हैं। इसके चलते पाउडर दूध की मांग बढ़ने लगी है। भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी रामबीर चौहान का कहना है कि उनके इलाके में कई गायों की मृत्यु हो चुकी है। पता चला है कि दो-तीन पहले पशुपालन विभाग के डीजी यमुनानगर आए थे। उस समय उन्होंने कहा था कि हमने डाक्टरों की टीम ने बना दी हैं जो गांव गांव जाकर पशुओं की जांच करेंगे, लेकिन आज तक किसी भी गांव में डॉक्टरों की टीम नहीं पहुंची। रामबीर का कहना है कि साथ लगते यूपी के इलाके में पशु डाक्टरों की टीमें पशुपालकों से संपर्क कर रही हैं। उन्होंने हलका विधायक व शिक्षा मंत्री चौ. कंवरपाल से मामले में दखल देने की मांग की है।
पशुपालक एहतियात बरतें : डा. सतबीर
पशुपालन विभाग के अधिकारी डा. सतबीर सिंह का कहना है कि पशुपालक एहतियात बरतें। ग्रस्त पशुओं को आइसोलेट करें। इन्हें दूसरे पशुओं के संपर्क में न आने दें। डा. सतबीर का कहना है कि मच्छर-मक्खी एक गाय से दूसरी पर बैठती है, जिससे उनके बीमार होने का खतरा भी रहता है। उन्होंने पशुओं के आसपास नीम के पत्तों का धुंआ करने, गुगल जलाने की सलाह दी है। डा. सतबीर का कहना है कि बीमार गायों का दूध अच्छी तरह से उबाल कर सेवन करें। बीमार गायों को बुखार, एलर्जी व एंटीबायटक दवाइयां दें। उन्होंने बताया कि बीती शाम तक जिले में लंपी स्किन रोग के लक्षण वाली गायों की संख्या पांच हजार तक पहुंच गई थी। उनका कहना है कि रादौर एरिया में रोग की शिकार गायें बहुत ज्यादा हैं। उनका कहना है कि विभाग की टीमें पशुपालकों तक पहुंच रही हैं।
अमित सिहाग ने सरकार को चेताया
सिरसा (निस) : जिला सिरसा में पशुओं में फैल रही लंपी स्किन बीमारी को देखते हुए हलका डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने विधानसभा में इस विषय पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव ला सरकार को जगाने का प्रयास किया है। सिहाग ने कहा कि यह बीमारी तेजी से फैल रही है गौशालाओं नंदीशालाओं में रह रहे गोवंश को इस बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया है और सैकड़ों की तादात में गौवंश की इस बीमारी से मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में है कि यही हालात अंबाला और दूसरे क्षेत्रों में भी हैं।
बीमारी रोकने को बांटी दवाएं
सीवन (निस) : सीवन में (एलएसडी) फैल रही है। आज इसकी रोकथाम व उपचार को लेकर सरकारी वैटरनी मोबाइल वैन की टीम ने डा. अमन के नेतृत्व में सीवन गौशाला को दौरा किया व इस बीमारी को रोकने के लिए दवाइयां वितरित की। डा. अमन ने गौशाला सेवा समिति के सदस्यों को इस बीमारी के रोकथाम व उपचार के लिए भी जागरूक किया व इस बीमारी के लक्षण भी बताए। इस अवसर पर निशांत, सीवन पशु चिकित्सालय से डा. मंदीप, राहुल, सीवन गौशाला सेवा समिति के प्रधान नरेंद्र सैनी, जिला गौशाला संघ के उपप्रधान आनंद शर्मा करोड़ा, कृष्ण वधवा सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।