मानवीय गुणों को अपनाना सच्ची मानवता : सतगुरू माता सुदीक्षा जी
नारायणगढ़, 18 फरवरी (निस)
निरंकारी सतगुरू माता सुदीक्षा जी महाराज ने नयी अनाज मंडी नारायणगढ़ में आयोजित निंरकारी संत समागम में श्रद्धालुओं को सम्बोधित किया। सतगुरू माता सुदीक्षा जी महाराज व निरंकारी राजपिता रमित जी का आशीर्वाद प्राप्त करने हरियाणा, हिमाचल, चंडीगढ़ व पंजाब के श्रद्वालु पहुंचे। सतगुरू माता जी ने कहा कि जिस प्रकार सूर्य अपनी रोशनी देते हुए किसी व्यक्ति विशेष को देखकर अपनी रोशनी नहीं देखता तथा प्रकृति भी किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करती इसी प्रकार हम इंसानों को भी जात-पात, ईष्या व द्वेष से उपर उठकर सबसे प्रेम भाव से रहना चाहिये। मुनष्य को भी मनुष्यता को नहीं छोड़ना चाहिए, पूर्णयता मानवीय गुणों को अपनाना ही जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परिस्थिति में एक सा रहना केवल तभी संभव है जब हम स्थिर प्रभु परमात्मा के साथ नाता जोड़ लेते हैं। किसी को नुकसान देने का भाव न रखकर दूसरों को सहयोग देने की भावना वाला जीवन बन जाता है। निरंकार का आधार लेकर सद्पयोगी जीवन बन जाता है। समागम में शाहबाद जोन के जोनल इंचार्ज सुरेन्द्र पाल व स्थानीय मुखी उर्मिला वर्मा ने निंरकारी सतगुरू माता सुदीक्षा जी महाराज व निरंकारी राजपिता रमित जी एवं संगत तथा गणमान्य व्यक्तियों का अभिवादन किया।