भिवानी, 23 मई (हप्र)
धार्मिक आस्थाओं से भरपूर गांव धारेडू आदर्श गांव का दर्जा पाने के बावजूद अधूरे पड़े कामों का जीता-जागता उदाहरण है। गांव में स्वास्थ्य, शिक्षा, सफाई, पीने का पानी जैसी सुविधाएं शून्य के समान है। लगभग 2 वर्षों से आदर्श गांव का दर्जा प्राप्त इस गांव में अगर दानवीर न होते तो यह गांव किसी बदहाल गांव की प्रतिमूर्ति होता।
भिवानी से 12 किलोमीटर दूर स्थित धारेडू गांव को भिवानी के भाजपा विधायक घनश्याम सर्राफ ने लगभग 2 वर्ष पूर्व गोद लिया था। विधायक चाहे कई दावे करते हों लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें आदर्श गांव का दर्जा तो मिल गया लेकिन काम के नाम पर कुछ नहीं हुआ, अगर थोड़ा बहुत शुरू भी हुआ तो वह आज भी अधूरा है। आदर्श गांव के तहत गांव में चौपाल में शुरू हुआ शैड महज डीपीसी, अम्बेडकर पार्क का निर्माण भी अधर में है। यहां तक कि इन कार्यों को करने वाले ठेकेदार ही छोडक़र बीच में चले गए लेकिन माननीय अथवा सरकार की ओर से पुन: काम शुरू करने के कोई प्रयास नहीं हुए। गांव की पीएचसी का भवन खंडहर में तबदील हो चुका है। स्कूल का भवन जर्जर हालत में होने के कारण तोड़ा जा चुका है और स्कूल के बच्चे गांव की धर्मशाला सहित 3 जगह पर अलग-अलग बैठने को मजबूर हैं। आयुर्वेदिक अस्पताल भी 4 वर्षों से अधूरा है। पूर्व सरपंच पवन शर्मा का कहना है कि नहरी पानी 48 दिन में आता है और 20 दिन में पानी के टैंक खाली हो जाते हैं। ऐसे में 20 दिन लोगों को टैंकरों से खरीदकर पानी पीना पड़ता है।
अधिकारियों से करेंगे बात : विधायक
गांव को गोद लेने वाले विधायक घनश्याम सर्राफ का कहना है कि उन्होंने एक करोड़ रुपए मंजूर करवाए, जिसमें से 64 लाख रुपए गांव में कार्य के लिए आए हैं। लेकिन ये पैसे किस कार्य पर लगे और कहां देरी हुई, उन्होंने इसका ठीकरा कोरोना के प्रभाव पर छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि वे अधिकारियों से बात करके शीघ्र ही गांव में बाकी पैसे भी दिलवाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि गांव में कई गलियां भी बनवाई गई हैं।
टेंडर प्रकि्रया शुरू करायेंगे : अधिकारी
पंचायत विभाग के उपमंडल अधिकारी प्रवीण बजाज का कहना है कि अधूरे कामों को शुरू करवाने के लिए एक बार फिर से टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन ठेकेदारों ने काम अधूरे छोड़े हैं उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
सरपंच बोले…
निवर्तमान सरपंच विजयपाल का कहना है कि सरकार द्वारा पैसा जारी करने में देरी हुई है जिस कारण कार्य समय पर शुरू नहीं हो सके और इसी दौरान उसका कार्यकाल भी पूरा हो गया। उन्होंने कहा कि ठेकेदार काम क्यों छोड़कर गया वे कुछ नहीं कह सकते।