ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 19 अप्रैल
अडानी ग्रुप की ओर से हरियाणा को पिछले एक साल से बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही है। अडानी के साथ सरकार ने 1550 मेगावाट बिजली के लिए दीर्घकालीन समझौता किया हुआ है। देसी की बजाय उत्पादन में विदेशी कोयले का इस्तेमाल अडानी ग्रुप अपने प्लांट्स में कर रहा है। हरियाणा से विदेशी कोयले के इस्तेमाल पर आने वाली लागत समझौते से अलग मांगी जा रही है। हरियाणा यह देने से इंकार कर चुका है। ऐसे में दोनों के बीच बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
केंद्र के स्तर पर भी हस्तक्षेप की कोशिश की जा चुकी है लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है। पिछले दिनों भी इस मुद्दे पर बिजली निगमों के आलाधिकारियों व अडानी ग्रुप के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हो चुकी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सप्ताहभर के लिए हरियाणा से बाहर हैं। उनके वापस लौटने के बाद बिजली मंत्री रणजीत सिंह इस मुद्दे पर सीएम से चर्चा करेंगे। सीएम के स्तर पर ही अडानी ग्रुप के साथ चल रहे विवाद का हल निकाला जाएगा।
इस बार गर्मियां समय से पहले आने की वजह से राज्य में बिजली की डिमांड बढ़ गई है। मंगलवार को 5700 से लेकर 8000 मेगावाट तक बिजली की डिमांड रही। सरकार के पास 6500 मेगावाट बिजली उपलब्ध है। ऐसे में एक से लेकर चार प्रतिशत तक पावर कट राज्य में लग रहे हैं। ‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ योजना में शामिल गांवों में भी अब 24 घंटे की बजाय 16 से 17 घंटे बिजली की आपूर्ति हो रही है।
कोयले के स्टॉक का भी संकट प्रदेश में गहरा रहा है। दरअसल, कोयले की पीछे से सप्लाई भी कम हो रही है और रेट भी बढ़ हुए हैं। पड़ोसी राज्य पंजाब में भी इसी तरह का संकट गहराया हुआ है। हालांकि पंजाब जैसे हालात अभी हरियाणा में नहीं हैं लेकिन आने वाले दिनों में अगर सरकार ने समय रहते प्रबंधन नहीं कर पाई तो हरियाणा में भी स्थिति बिगड़ सकती है। बहरहाल, दूसरे राज्यों व कंपनियों से बातचीत चल रही है।
सीएलपी से आज आपूर्ति संभव
झज्जर के सीएलपी पावर प्लांट में बुधवार से उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। इसके लिए सभी तैयारियां हो चुकी हैं। 600 मेगावाट की यह यूनिट बंद पड़ी थी। यहां से सारी बिजली हरियाणा को मिलेगी। इसी तरह से आरवी इंफ्रा नामक कंपनी ने हरियाणा को 500 मेगावाट बिजली आपूर्ति की पेशकश की है। यह कंपनी हरियाणा के साथ अक्तूबर तक और आगे तीन साल का एग्रीमेंट करने को तैयार है। सरकार को इस बारे में फैसला करना है।
खेदड़ से अगले माह मिलेगी बिजली
हिसार के खेदड़ स्थित थर्मल प्लांट से 10 मई के बाद 600 मेगवाट बिजली हरियाणा को मिलने लगेगी। फिलहाल खेदड़ की यह यूनिट तकनीकी कारणों से बंद है। इस यूनिट का पार्ट अगले कुछ दिनों में प्रदेश में पहुंचेगा। इसके बाद यूनिट काम शुरू कर देगी। इसी तरह से 19 मई को मीडियम टर्म के तहत 500 मेगावाट बिजली मिलेगी। इसके लिए सरकार द्वारा तीन वर्षों के लिए समझौता किया गया है।
प्रदेश में बिजली की स्थिति फिलहाल संतोषजनक है। डिमांड इस बार काफी अधिक बढ़ी हुई है। नये एग्रीमेंट भी किए जा रहे हैं और थर्मल प्लांट्स की बंद यूनिट को शुरू कर रहे हैं। अडानी ग्रुप के साथ भी बातचीत चल रही है। इस मसले पर मुख्यमंत्री के साथ चर्चा होनी है और सीएम के स्तर पर ही फैसला होगा।
रणजीत सिंह, बिजली मंत्री
अडानी ग्रुप विदेश से कोयला आयात करने पर आए खर्चे की डिमांड हरियाणा से कर रहा है। हमने अडानी ग्रुप के साथ दीर्घकालीन समझौता किया हुआ है। अभी तक कई बैठकें हो चुकी हैं। हॉयर लेवल पर इस बारे में निर्णय लिया जाना है। अभी यह तय नहीं हुआ है कि अतिरिक्त पैसा दिया जाएगा या नहीं।
-पीके दास, बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव
मुख्य अंश
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हरियाणा और अडानी के साथ दीर्घकालीन समझौता, 3.36 रुपये प्रति यूनिट का टैरिफ तय
एक से चार प्रतिशत तक लग रहे कटे, गर्मी बढ़ने के चलते राज्य में बढ़ी डिमांड
अगले महीने तक स्थिति आएगी कंट्रोल में, प्रबंधन करने में जुटी सरकार