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हिसार के दोनों जिलाध्यक्षों पर गाज: जारी होंगे कारण बताओ नोटिस

अंबाला से शुरू हुआ ‘एक्शन मोड’, अनुशासन कमेटी ने दिखाई सख्ती
कांग्रेस अनुशासन कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते धर्मपाल मलिक।
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हरियाणा कांग्रेस में अनुशासनहीनता पर अब सीधे कार्रवाई होगी। शनिवार को अंबाला ज़ोन से शुरू हुई अनुशासनात्मक कार्यवाही समिति की पहली बैठक में ही हिसार के दो जिलाध्यक्षों पर गाज गिरने के संकेत दे दिए गए। ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ कार्यक्रम के दौरान मंच पर हुई तीखी नोकझोंक और फोटो प्रोटोकॉल टूटने पर समिति ने बृजलाल बहबलपुरिया (ग्रामीण) और बजरंग दास गर्ग (शहरी) को कारण बताओ नोटिस जारी करने का फ़ैसला लिया है।

यानी शुरूआत से ही कमेटी ने बता दिया है कि अब बयानबाजी और स्टेज पर हंगामा करने वालों को सीधे नोटिस ही मिलेगा। यह बैठक पूर्व सांसद व कमेटी चेयरमैन धर्मपाल सिंह मलिक की अध्यक्षता में अंबाला के कांग्रेस भवन में हुई। बैठक में कमेटी के सदस्य-सचिव एडवोकेट रोहित जैन, पूर्व सांसद कैलाशो सैनी और पूर्व विधायक अनिल धंतौड़ी शामिल रहे। जगाधरी विधायक अकरम खान बैठक में ऑनलाइन जुड़े।

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समिति ने हिसार में हुए विवाद को बेहद गंभीर मामला माना। कार्यक्रम में मंच संचालन को लेकर दोनों जिलाध्यक्षों में झगड़ा हुआ। वरिष्ठ नेताओं के सामने ही अनुशासन टूटना और पोस्टरों व बैनरों से कुमारी सैलजा व रणदीप सिंह सुरजेवाला की तस्वीरें गायब होना, इन सभी घटनाओं को पार्टी के खिलाफ आचरण की श्रेणी में रखा गया है। मंच संचालन को लेकर हुए विवाद और इस पर मीडिया में हुई पार्टी की फजीहत को देखते हुए कमेटी ने नोटिस जारी करने का फैसला लिया है।

यह अनुशासन समिति की ओर से पहली बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है, जिसने पूरे संगठन को संदेश दे दिया है कि अब हल्की-फुल्की चेतावनी का दौर खत्म हो गया है। हिसार के बाद सिरसा में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान के दौरान भी फोटो प्रोटोकॉल टूटने का मामला सामने आया। यहां पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा व रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा की तस्वीरें पोस्टरों से गायब थीं। कमेटी ने इसे भी गंभीर अनुशासनहीनता माना। सिरसा की पूरी रिपोर्ट लेकर 6 दिसंबर को भिवानी में होने वाली बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

गलत बयानबाजी पर कोई रियायत नहीं

मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत में चेयरमैन मलिक ने साफ कहा कि पार्टी लाइन से हटकर बोलने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा। अनुशासन कमेटी किसी गुट से नहीं, सिर्फ संगठन से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि नेता चाहे कितना बड़ा क्यों न हो, पार्टी के निर्देशों से ऊपर कोई नहीं। मलिक ने बताया कि समिति के पास अब तक कुल 10-12 शिकायतें पहुंच चुकी हैं, जिन पर सबूतों के आधार पर कार्रवाई शुरू हो गई है।

सोशल मीडिया पर बयानवीरों की होगी ‘स्क्रीनिंग’

कमेटी के सदस्य-सचिव रोहित जैन ने बताया कि कुछ नेता सोशल मीडिया और मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अनावश्यक बयान देकर पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ऐसे नेताओं के खिलाफ आने वाली शिकायतों की गहन जांच चल रही है और यदि दोष सिद्ध हुआ तो त्वरित कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि हम निष्पक्षता के साथ काम कर रहे हैं। न कोई पक्षपात, न कोई रियायत। जो गलत पाया गया, उसके खिलाफ पुख्ता कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।

अब 6 दिसंबर को भिवानी में मीटिंग

प्रदेश को पांच ज़ोन में बांटकर अनुशासन की ‘समीक्षा यात्रा’ हो रही है। पहले जोन के अंतर्गत आने वाले पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र व कैथल की मीटिंग शनिवार को हो गई। तीसरे जोन की मीटिंग 6 दिसंबर को भिवानी में होगी। इसमें भिवानी, रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ के जिलाध्यक्षों व यहां के विधायकों को बुलाया जाएगा। दूसरे जोन में करनाल, पानीपत, सोनीपत व जींद, चौथे में गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह व पलवल तथा पांचवें जाने में हिसार, फतेहाबाद व सिरसा शामिल हैं।

स्टेज से लेकर पोस्टर तक, अनुशासन कोड

कमेटी ने सभी जिलाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि वे मंच पर बैठने का एक प्रोटोकॉल बनाएं। फोटो प्रोटोकॉल पूरे प्रदेश में अनिवार्य रहे। उन्होंने कहा कि पार्टी सर्कुलर सभी नेताओं पर लागू होगा। स्पष्टीकरण की कॉपियां राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल के अलावा हरियाणा इंचार्ज बीके हरिप्रसाद, प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह, पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा व दोनों सह-प्रभारियों को भेजी जाएंगी। यह भी तय किया गया है कि 28 अक्टूबर से पहले आई शिकायतों पर कमेटी कोई संज्ञान नहीं लेगी, ताकि नई व्यवस्था पर ही ध्यान केंद्रित रहे।

 

 

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