गुजरात में पाक बॉर्डर से सटे गांवों के किसानों को साधेंगे आचार्य देवव्रत
बार्डर के नजदीकी गांवों में बढ़ रही पलायन की घटनाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चिंतित
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 18 मार्च
हरियाणा के कुरुक्षेत्र स्थित गुरुकुल के आचार्य तथा गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत अब गुजरात में भारत-पाक बार्डर से सटे गुजरात के गांवों के लोगों व किसानों के लिए काम करेंगे। बार्डर एरिया के गांवों के लोगों व किसानों के पलायन करने की घटनाओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह काफी चिंतित है।
मंगलवार को आचार्य देवव्रत ने नई दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अलग-अलग मुलाकात की। आचार्य देवव्रत किसानों को प्राकृतिक खेती की ओर आकर्षित कर रहे हैं। हिमाचल के राज्यपाल रहते हुए पहाड़ी राज्य में काफी काम करने के बाद अब वे गुजरात में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं। हरियाणा के किसानों को भी वे जागरूक कर रहे हैं। यहां भी उनके कई कार्यक्रम हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के कल्याण, भूमि की उर्वरता, मानव स्वास्थ्य की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए प्राकृतिक खेती को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन की घोषणा की है। यह मिशन आगामी 1 अप्रैल से पूरे देश और गुजरात में लागू किया जाएगा। राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रत ने गुजरात में इस मिशन के कार्यान्वयन की तैयारियों और संबंधित योजनाओं की जानकारी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को दी।
इसके अलावा, विकसित भारत @2047 के लक्ष्य के तहत गुजरात के विश्वविद्यालयों के युवाओं की भागीदारी को लेकर मार्गदर्शक पहलुओं पर भी उन्होंने प्रधानमंत्री से चर्चा की। साथ ही, पर्यावरण संरक्षण के लिए राज्य में किए जा रहे प्रयासों पर भी विचार-विमर्श किया।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने नशामुक्ति अभियान में विश्वविद्यालयों के छात्रों की सहभागिता पर चर्चा की। इसके साथ ही, आगामी गर्मी के मौसम में बिजली की मांग को संतुलित करने के लिए ऊर्जा बचत अभियान और बिजली के विवेकपूर्ण उपयोग के लिए उठाए जा रहे कदमों पर भी बातचीत हुई। बैठक के दौरान राज्यपाल ने दोनों वरिष्ठ नेताओं को अपनी शुभकामनाएं दीं।

