सोनीपत, 10 जुलाई (हप्र)
एसटीएफ सोनीपत की टीम ने पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति स्कीम में डेढ़ करोड़ का घोटाला करने के आरोपी जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय के लेखाकार को गिरफ्तार किया है। आरोपी की गिरफ्तारी पर करनाल एंटी करप्शन ब्यूरो ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। आरोपी पानीपत के गांव सिवाह का रहने वाला सुरेंद्र है। उसे पुलिस तीन साल से तलाश कर रही थी। उसे पानीपत से गिरफ्तार करने के बाद पानीपत एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंप दिया गया। डीएसपी एसटीएफ, सोनीपत इंदीवर ने बताया कि वर्ष 2015 से 2019 तक पोस्ट मैट्रिक स्कीम के तहत अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति में गबन किया गया था। मामले में अधिकारियों व कर्मचारियों पर मिलीभगत करके छात्रों के खातों में जाने वाली राशि का आधार कार्ड नंबर बदलकर, फर्जी बैंक खाता खुलवाकर गबन करने का आरोप लगा था। आरोप था कि अधिकारियों ने मिलीभगत कर अनुसूचित जाति के छात्रों के वीएलडीए और एमपीएचडब्ल्यू का डिप्लोमा फ्री में घर बैठे करवाने व छात्रवृत्ति दिलवाने का लालच देकर गबन को अंजाम दिया था। कुछ छात्रों व संस्थाओं के माध्यम से अलग-अलग गांवों से अनुसूचित जाति के छात्रों के फार्म भरवाकर उनके आधार कार्डों, मूल प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र आदि की फोटो प्रतियां हासिल कर ली। कुछ छात्रों के आधार नंबरों से छेड़छाड़ करके भी फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया।
बता दें कि यह स्कीम भारत सरकार की तरफ से जुलाई, 1981 में चलाई गई थी। इसके तहत दसवीं तक कक्षाओं में पढऩे वाले अनुसूचित जाति के छात्रों को 230 से 1200 रुपये प्रतिमाह तक छात्रवृत्ति तथा नॉन रिफंडेबल फीस दी जाती है।