ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 11 अप्रैल
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कम दाखिले होने पर अब स्कूल मुखिया जिम्मेदार होंगे। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी होगी और उनकी सालाना गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) में भी इस परफोर्मेंस को शामिल किया जाएगा। स्कूलों में ड्राप-आउट रोकने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।
सरकारी स्कूलों में मंगलवार से एडमिशन शुरू होंगे। 20 अप्रैल तक दाखिल चलेंगे। दाखिला प्रक्रिया को ‘प्रवेश उत्सव’ के रूप में चलाया जाएगा। मुखिया स्कूल छोड़ चुकी बेटियों के घर दस्तक देकर उन्हें स्कूल आने के लिए भी मनाएंगे।
शिक्षा निदेशालय की ओर से इस बाबत सभी जिला शिक्षा व मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। अहम बात यह है कि अच्छी परफोर्मेंस देने वाले स्कूल और उनके मुखियाओं को सरकार सम्मानित भी करेगी। पिछले साल स्कूलों में दाखिल हुए बच्चों से अधिक संख्या इस बार करनी होगी। यहां बता दें कि कोरोना काल में प्राइवेट स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों में अधिक एडमिशन हुए थे।
कोरोना की वजह से लोगों की आर्थिक स्थिति भी बिगड़ी थी। ऐसे में बहुत से अभिभावकों ने अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करवाया। इस बीच, सोमवार को 9वीं और 11वीं कक्षाओं के नतीजे भी घोषित हो चुके हैं। इससे नीचे की कक्षाओं के रिजल्ट पहले ही आ चुके हैं। ऐसे में अब स्कूलों में पहली से 12वीं तक की कक्षाओं में एडमिशन होंगे। 11वीं कक्षा के दाखिले 10वीं के बोर्ड एग्जाम के नतीजे आने के बाद होंगे।
शिक्षा का अधिकार कानून का राज्य में लागू किया गया है। ऐसे में प्राथमिकता के आधार पर विद्यार्थियों के दाखिले करने होंगे। वहीं दूसरी ओर, विभाग ने मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं को तुरंत शुरू करें। जिन प्राइमरी स्कूलों से बच्चों ने 5वीं पास की है, उन्हें नजदीक के ही स्कूल में छठी में दाखिला मिलेगा। दसवीं से बारहवीं के विद्यार्थियों को स्कूल में एंट्री के वक्त ही टैबलेट दिए जाएंगे। अभी तक जिलों में दो लाख से अधिक टैबलेट सरकार पहुंचा चुकी है। सरकार ने इन दोनों कक्षाओं के पांच लाख के लगभग बच्चों को मुफ्त टैबलेट देने का फैसला लिया है। करीब साढ़े 12 हजार रुपये इसकी कीमत होगी। विद्यार्थियों को रोजाना दो जीबी से अधिक इंटरनेट डाटा भी उपलब्ध कराया जाएगा। टैबलेट में डिजिटल सामग्री अपलोड रहेगी।
तिलक लगाकर होगा बच्चों का स्वागत
स्कूलों में बच्चों का स्वागत तिलक लगाकर किया जाएगा। एडमिशन को उत्सव बनाने का निर्णय इसलिए भी लिया है ताकि बच्चों का मनोबल बढ़े और पढ़ाई व नियमित स्कूल आने में उनकी रुचि बढ़े। बीस अप्रैल को दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी स्कूल मुखियाओं की ओर से जिला शिक्षा व मौलिक शिक्षा अधिकारी के पास रिपोर्ट भेजी जाएगी। यह रिपोर्ट कम्पाइल होकर प्रदेश मुख्यालय पर आएगी।