ट्रिब्यून न्यूज सर्विस/एजेंसी
चंडीगढ़/नयी दिल्ली, 2 नवंबर
इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने ऐलनाबाद में लगातार चौथी बार जीत हासिल की है। उपचुनाव में भाजपा-जजपा गठबंधन के प्रत्याशी गोविंद कांडा ने उन्हें कड़ी टक्कर दी, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी पवन बैनीवाल की जमानत जब्त हो गयी। उधर, हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा को बड़ा झटका देते हुए विपक्षी दल कांग्रेस ने तीनों विधानसभा सीटों फतेहपुर, अर्की, जुब्बल-कोटखाई और मंडी लोकसभा सीट अपने नाम करके जीत का चौका जड़ दिया।
देश में 3 लोकसभा और 13 राज्यों की 29 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के मंगलवार को आये नतीजों में राजस्थान की दोनों सीटें भी कांग्रेस के खाते में गयीं। इसके अलावा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्यप्रदेश की एक-एक विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस को जीत मिली है। भाजपा ने असम में 3, मध्यप्रदेश में 2 और कर्नाटक तथा तेलंगाना में एक-एक विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की। बिहार की दोनों सीटों पर जदयू ने कब्जा बरकरार रखा। पश्चिम बंगाल में चाराें विधानसभा सीटों पर तृणमूल कांग्रेस ने एकतरफा जीत दर्ज की।
उधर, दादरा और नगर हवेली लोकसभा सीट पर उपचुनाव में शिवसेना उम्मीदवार कलाबेन डेलकर ने 51,269 मतों से जीत हासिल की। मध्यप्रदेश की खंडवा लोकसभा सीट पर भाजपा के ज्ञानेश्वर पाटिल 82,140 मतों से जीते।
कांग्रेस ने कहा- मोदी जी, राजहठ छोड़ें! कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘लोकसभा उपचुनावों में भाजपा कुल 3 में से 2 सीटें हार गई। विधानसभा चुनावों में भी जहां कांग्रेस-भाजपा की सीधी टक्कर है, भाजपा हारी है। हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र इस का सबूत हैं। मोदी जी, राजहठ छोड़ें! तीनों काले कानून वापस लें। पेट्रोल-डीजल-गैस पर लूट बंद करें। अहंकार त्यागें।’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि उपचुनावों के नतीजों से स्पष्ट है कि राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा की लोकप्रियता कम हो रही है और जनता का रुख बदल रहा है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा, यह आम लोगों की जीत है, और यह दिखाता है कि किस प्रकार बंगाल हमेशा प्रचार और नफरत की राजनीति की अपेक्षा विकास और एकता को चुनेगा। चुनावों में भाजपा की करारी हार पर तंज कसते हुए तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘सही मायने में पटाखा मुक्त दिवाली। भाजपा के लोगों को दिवाली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।’
चौटाला की जीत का अंतर हुआ कम
ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के अनुसार पोस्टल वोट मिलाकर अभय चौटाला को 65 हजार 992 वोट मिले। भाजपा-जजपा गठबंधन प्रत्याशी गोविंद कांडा ने 59 हजार 253 वोट हासिल किए। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी पवन बैनीवाल को महज 20 हजार 904 वोट मिले और वह अपनी जमानत भी नहीं बचा सके। कांग्रेस की गुटबाजी उन्हें महंगी पड़ी। कांडा ने अभय को कड़ी टक्कर दी और उनकी जीत के अंतर को कम किया। अभय इस बार 6739 मतों के अंतर से जीते, जबकि 2019 में उन्होंने 11 हजार 877 वोटों से जीत दर्ज की थी। गठबंधन के प्रदर्शन को इसलिए भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि उपचुनाव में न केवल भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ा है, बल्कि विपरीत स्थिति में पार्टी ने यह प्रदर्शन किया है। ऐलनाबाद के दर्जनभर ऐसे गांव थे, जहां भाजपा-जजपा नेताओं की एंट्री तक में रुकावटें थी। भाजपा ने 2019 के चुनाव के मुकाबले इस बार अपने वोट प्रतिशत में 10 प्रतिशत का इजाफा किया है। 2019 में भाजपा के टिकट पर पवन बैनीवाल ने चुनाव लड़ा था और उन्हें 30 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे। इस बार कांडा ने 40 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं। वहीं अभय को 2019 में 37.86 प्रतिशत वोट मिले थे, इस बार वे 43.49 प्रतिशत वोट लेने में कामयाब रहे। बीती 30 अक्तूबर को हुए मतदान में करीब 1.86 लाख मतदाताओं में से 1,51,524 ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
13 राज्यों की 29 विधानसभा सीटें
- 7 पर खिला कमल, 8 सीटें कांग्रेस के हाथ
- बिहार में जेडीयू, पश्चिम बंगाल में तृणमूल का परचम
- 3 लोकसभा सीटों में से भाजपा, कांग्रेस, िशवसेना को एक-एक