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16 साल बाद बाल कल्याण परिषद के कब्जे से मुक्त हुआ अब्दुल बाल कलाम आश्रम

ग्रांट रोकी तो किया महिला एवं बाल विकास विभाग के हवाले

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जींद में बना अब्दुल बाल कलाम आश्रम। -हप्र
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जसमेर मलिक/हप्र

जींद, 10 नवंबर

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डीसी कॉलोनी स्थित अब्दुल बाल कलाम आश्रम का संचालन देर से ही सही, आखिरकार जिला बाल कल्याण परिषद को महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंपना ही पड़ा है। बाल कलाम आश्रम पर जिला बाल कल्याण परिषद की सालों पुरानी कुंडली हट गई है। इसके साथ ही इस आश्रम के स्टाफ की सैलरी की दिक्कत भी खत्म हो गई है और एक साल से भी ज्यादा समय से रुकी पड़ी बाल कलाम आश्रम की ग्रांट भी महिला एवं बाल विकास विभाग ने जारी कर दी है।

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जींद की डीसी कॉलोनी में महिला एवं बाल विकास विभाग ने लगभग 16 साल पहले अब्दुल बाल कलाम आश्रम का निर्माण करवाया था। इसकी बिल्डिंग के निर्माण पर करोड़ों रुपए की राशि महिला एवं बाल विकास विभाग ने खर्च की थी। जब बिल्डिंग बन कर तैयार हो गई थी और इसके संचालन की बात आई तो इसका संचालन महिला एवं बाल विकास विभाग को न देकर जींद में जिला बाल कल्याण परिषद को दे दिया गया था। जिला बाल कल्याण परिषद ने अब्दुल बाल कलाम आश्रम के निर्माण में किसी तरह का कोई आर्थिक या दूसरा सहयोग नहीं किया। अब्दुल बाल कलाम आश्रम के स्टाफ की सैलरी भी उसी ग्रांट राशि से दी जाती रही है, जो महिला एवं बाल विकास विभाग जारी करता है। कई साल तक यह सब चलता रहा, लेकिन लगभग 3 साल पहले महिला एवं बाल विकास विभाग को यह बात अखरी की जिस अब्दुल बाल कलाम आश्रम के लिए जिला बाल कल्याण परिषद ने कुछ भी नहीं किया, वह इसका संचालन कर रही है। स्टाफ के लिए वेतन महिला एवं बाल विकास विभाग दे रहा है जबकि स्टाफ की नियुक्ति से लेकर अब्दुल बाल कलाम आश्रम के प्रशासन का संचालन जिला बाल कल्याण परिषद कर रही है। यह स्थिति महिला एवं बाल विकास विभाग के मुख्यालय को ठीक नहीं लगी। उसने जींद के जिला प्रशासन को पत्र लिखकर अब्दुल बाल कलाम आश्रम का संचालन महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंपे जाने के लिए कहा था।

तीन साल के पत्राचार के बाद मिली सफलता

जींद के बाल कलाम आश्रम का संचालन अपने हाथ में लेने के लिए प्रदेश के महिला एवं बाल विकास विभाग का मुख्यालय पिछले लगभग 3 साल से जींद के जिला प्रशासन को पत्र लिख रहा था। पहले पत्र पर कार्रवाई नहीं हुई, तो महिला एवं बाल विकास विभाग के मुख्यालय ने कई रिमाइंडर पत्र जींद के जिला प्रशासन को लिखे। यह सिलसिला साल 2022 के अंत से शुरू हुआ था और 2024 तक बराबर जारी रहा। अब आकर जिला बाल कल्याण परिषद ने बाल कलम आश्रम का संचालन महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंपा है।

ग्रांट रोकने तक की करनी पड़ी कार्रवाई

जींद के जिला प्रशासन ने जब महिला एवं बाल विकास विभाग के मुख्यालय की बात अब्दुल बाल कलाम आश्रम के संचालन को लेकर नहीं मानी, तो महिला एवं बाल विकास विभाग के मुख्यालय ने अब्दुल बाल कलाम आश्रम को दी जाने वाली ग्रांट लगभग डेढ़ साल पहले रोक दी थी। पिछले साल अप्रैल महीने में महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक ने जींद के अब्दुल बाल कलाम आश्रम की ग्रांट बंद की थी। तब तक ग्रांट जारी नहीं की गई, जब तक अब्दुल बाल कलाम आश्रम का संचालन महिला एवं बाल विकास विभाग को नहीं मिल गया। बाल कलाम आश्रम में लगभग 7 कर्मचारी हैं। इन कर्मचारियों का वेतन भी डेढ़ साल से नहीं मिल रहा था। कर्मचारियों का वेतन अब आकर मिला है। इससे उन्होंने राहत की सांस ली है।

'' अब्दुल बाल कलाम आश्रम का संचालन जिला बाल कल्याण परिषद ने महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंप दिया है। हरियाणा बाल कल्याण परिषद से मिले निर्देशों के बाद आश्रम का संचालन महिला बाल विकास विभाग को सौंपा गया है।''

-मलकीयत चहल, जिला बाल कल्याण अधिकारी

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