डाहर के प्राचीन मंदिर में त्रिशूल की स्थापना को लेकर निकाली शोभायात्रा
अंतर्राष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डॉ. नवीन नैन भालसी ने बताया कि भारतीय आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक इतिहास में पहली बार 12 ज्योतिर्लिंग, चार धाम और 12 शक्ति पीठों की महासंगम यात्रा के उपरांत सिद्ध महादेव के त्रिशूल को पानीपत के ऐतिहासिक गांव डाहर के मंदिर में ग्रामीणों के सहयोग से शोभा यत्रा निकालने के बाद स्थापित किया जाएगा। इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद के यूएई अध्यक्ष प्रवेश शर्मा व राष्ट्रीय महामंत्री संगठन डॉ. नवीन नैन भालसी ने बताया कि पहली बार गांव में इतनी विशाल कलश शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें गांव के हर घर से महिलाओं ने भाग लिया व हर घर से पुरुषों ने त्रिशूल यात्रा में भाग लिया। प्रवेश शर्मा ने बताया कि 22 से 27 अक्तूबर तक डाहर के प्राचीन मंदिर में लगातार शिव-महापुराण का पाठ चलेगा व महादेव के दिव्य त्रिशूल को मंदिर में शिवलिंग के पास स्थापित करने के लिए विधिवत रूप से पूजन होगा और 27 अक्तूबर को भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर देवेंद्र फौजी, समाजसेवी प्रेम सिंह भालसी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
