चंडीगढ़, 8 फरवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र 2 मार्च से शुरू होगा। मंगलवार को यहां सीएम मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में बजट सत्र की तारीख तय की गई। सत्र की अवधि कितने दिन की होगी, इसका फैसला बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (बीएसी) की बैठक में होगा। सत्र में कई नये विधेयक पेश होंगे। कैबिनेट ने आजादी से पहले और संयुक्त पंजाब के समय से चले आ रहे 20 से अधिक 20 पुराने कानूनों को खत्म करने का भी निर्णय लिया है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग से जुड़े आजादी से पहले के इन कानूनों को निरस्त करने के लिए बजट सत्र में विधेयक पेश होगा।
कैबिनेट मीटिंग के बाद मीडिया ब्रीफिंग में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि धर्मांतरण के खिलाफ सरकार कानून बनाएगी। हरियाणा गैर-कानूनी धर्मांतरण रोकधाम विधेयक-2022 इसी सत्र में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण के पहले डीसी को सूचना देनी होगी। उन्होंने कहा कि अवैध धर्मांतरण कराने वालों पर कानून का शिकंजा कसा जाएगा।
बहरहाल, प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार का यह तीसरा बजट होगा और वित्त मंत्री होने के नाते सीएम मनोहर लाल खट्टर 2022-23 का बजट पेश करेंगे। सत्र की शुरुआत 2 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण से होगी। माना जा रहा है कि 7 मार्च को सीएम राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देंगे। संभावना यह भी है कि 4 मार्च को सत्र की डबल सिटिंग कर इसी दिन सीएम जवाब दे दें। अगर ऐसा होता है तो 7 मार्च को मुख्यमंत्री बजट पेश कर सकते हैं। प्रदेश में भूमि अधिग्रहण में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए ‘लैंड पूलिंग पॉलिसी’ पर भी सरकार काम कर रही है।
लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि
कैबिनेट बैठक शुरू होने से पहले स्वरकोकिला लता मंगेशकर के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मिक शांति के लिए प्रार्थना की गई। सीएम मनोहर लाल, डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, गृह मंत्री अनिल विज, शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल सहित कई मंत्रियों व अधिकारियों ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि अर्पित की।