हिसार, 26 जून (हप्र)
‘हूं बहुत हैरान तब से जबसे उसने बात की, क्या मंशा थी उसकी किस सबब से बात की, तुम बताओ दोस्तों क्या शक्ल से गुंडा हूं मैं, एक पुलिस वाले ने मुझसे कल अदब से बात की।’
यह हास्य व्यंग्य कवि प्रताप सिंह फौजदार ने दिल्ली रोड स्थित एक बैंक्वेट हाल में रोटरी क्लब द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में रोटेरियन परिवार के सदस्यों के बीच सुनाए। कवि सम्मेलन शुरू होने से पहले कवि प्रताप सिंह फौजदार आगरा, मनिका दुबे जबलपुर, लक्ष्मण नेपाली भोपाल व रोटरी क्लब के प्रधान आनंद बंसल व सदस्यों ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष पूजन व वंदन किया।
कवियों ने राजनीति पर खूब हास्य तंज कसे और सभी को लोट पोट कर दिया। कवि ने कहा कि ‘मेरे मित्र सिंधे अपने विधायक गिन दे, पूरे हों तो ठीक नहीं रहने दे।’ लक्ष्मण नेपाली ने कहा कि ‘हम खुशकिस्मत हैं कि हमारा जीवन दूसरों को खुशी प्रदान करने के काम आ रहा है।’ मनिका दुबे ने जन्म देने वाली मां को समर्पित कविताओं के अलावा हास्य व प्रेरणादायक गुदगुदाने वाले हास्य व्यंग्य की बरसात कर सभी से प्रशंसा बटोरी।