करनाल, 4 मार्च (हप्र)
ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे करनाल के 92 छात्र स्वदेश लौट आए हैं। बाकि छात्रों को लाने की प्रक्रिया जारी है। घर लौट रहे छात्र जहां वहां के भयावह हालात के बारे में बता रहे हैं वहीं परिजन सरकार का धन्यवाद जता रहे हैं।
उपायुक्त करनाल अनीश यादव ने यूक्रेन में फंसे जिला के छात्रों की स्वदेश वापसी को लेकर किए जा रहे जिला प्रशासन के प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि जिले के कुल 150 भारतीय छात्रों में से 92 छात्र स्वदेश लौट आए हैं। 40 अन्य बच्चे नजदीक के देशों में सुरक्षित स्थानों पर पहुंच चुके हैं तथा 5 बच्चे रास्ते में हैं। 9 बच्चे यूक्रेन में हैं, जिनसे सम्पर्क जारी है।
54 घंटे बॉर्डर पर लाइन में लगे रहे
कैथल (हप्र): पश्चिमी यूक्रेन के शहर विनित सिया में फंसे कैथल के छात्र गौरव नरवल समेत 4 छात्र सकुशल घर लौट आये। कैथल की बैंक कॉलोनी में रहने वाले गौरव ने बताया कि युद्ध के दो दिन बाद ही वे रोमानिया बाॅर्डर के लिए निकले। बॉर्डर पर वे 54 घंटे तक लाइन में भूखे-प्यासे लगे रहे तब निकल पाये।
नारायणगढ़ (निस) : नारायणगढ़ के गांव बधौली निवासी विनय प्रताप ने एक वीडियो जारी कर बताया कि वह 7 अन्य नाविकों के साथ यूक्रेन बंदरगाह पर एक समुद्री जहाज में फंसा है। विनय प्रताप के अनुसार वे 8 नाविक तुर्की के मर्चेंट नेवी के एक समुद्री जहाज पर कार्यरत हैं।
फतेहाबाद के 8 छात्र लौटे, 5 ने किया आने से इनकार
टोहाना (निस): जिला फतेहाबाद के यूक्रेन में फंसे 45 विद्यार्थियों में से 8 को वापस पहुंचाया जा चुका है, जबकि चंदोकलां के 5 लोग पोलैंड में अपने रिश्तेदारों के पास चले गए हैं। इन बच्चों ने भारत लौटने से इनकार कर दिया है। वापस लौटने वालों में सुमित समैन, नागपुर निवासी विश्नोई, बुर्ज निवासी विकास, बैजलपुर निवासी अमित, जमालपुर की सिमरन आ चुके हैं। जबकि भूना निवासी दृष्टि भी आ रही है। भूना निवासी शायना, प्रिया भी लौट आई है। गांव चंदोकला के अमनदीप, दीक्षा, अमनदीप का 6 माह का बेटा, कुलविन्द्र कौर पोलैंड चले गए हैं। 32 विद्यार्थियों का रेस्क्यू किया जाना बाकी है।