सुरेंद्र मेहता
हमारे प्रतिनिधि
यमुनानगर, 26 अप्रैल
हरियाणा के सरकारी विभागों का एक और बड़ा कारनामा सामने आया है जिसमें यमुनानगर जिला के 9 लोगों को सरकारी रिकॉर्ड में मृत दिखा दिया गया है। अब यह लोग अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहे हैं। अतिरिक्त उपायुक्त रणजीत कौर ने सारे मामले की जांच और मृत लोगों को जीवित साबित करने के लिए आए प्रार्थना पत्रों को मुख्यालय भेजने की बात कही है।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब एक महिला ज्योति वर्मा की विधवा पेंशन आनी बंद हो गई। उन्होंने अपने बैंक से संपर्क किया, बैंक अधिकारी ने कहा की समाज कल्याण विभाग ने पेंशन बंद की है। जब समाज कल्याण विभाग कार्यालय में महिला गई तो बताया गया कि आप की मृत्यु हो चुकी है, इसलिए पेंशन बंद कर दी गई है।समाज कल्याण विभाग ने बकायदा परिवार पहचान पत्र दिखाया जिसमें महिला की मृत्यु दिखाई गई थी। इसके बाद शुरू हुई इस महिला को अपने आप को जिंदा साबित करने की जद्दोजहद। उसने अतिरिक्त उपायुक्त से गुहार लगाई। अतिरिक्त उपायुक्त रंजीत कौर ने उन्हें सीएमओ ऑफिस भेजा, सीएमओ ऑफिस ने उन्हें नगर निगम कार्यालय भेजा, लेकिन कोई हल नहीं निकला। सभी अपने-अपने रिकॉर्ड चेक करके बताते रहे कि उनके यहां से यह गलती नहीं हुई है। इसके बाद इसी तरह के और मामले सामने आने लगे। देखते-देखते ऐसे 9 लोग अब तक सामने आ चुके हैं जिन्हें सरकारी रिकार्ड में मृत दिखाया गया है।
जिन 9 लोगों को सरकारी रिकॉर्ड में मृत दिखाया गया है उन सभी ने अपने अपने परिजन की कोरोना से मौत होने पर उसका 50,000 रुपये का मुआवजा लेने के लिए अपने दस्तावेज सीएमओ ऑफिस जमा करवाए थे। इन लोगों को मुआवजा तो मिल गया लेकिन इन सभी को मरा हुआ दिखा दिया गया। इनमें कोई महिला है जिसके पति की मौत हो चुकी है कोई बेटा है जिसके पिता की मौत हो चुकी है। यह सभी लगातार अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहे हैं। अधिकारी एक से दूसरे कार्यालय में भेजते हैं दूसरे से तीसरे कार्यालय में, सभी अपने यहां से गलती नहीं हुई का दावा कर रहे हैं। लेकिन इन सभी को इनके परिवार पहचान पत्र में मृत दिखाया गया है।
यमुनानगर के अतिरिक्त जिला रजिस्ट्रार जन्म मृत्यु को अतिरिक्त उपायुक्त एवं जिला नागरिक संसाधन एवं सूचना अधिकारी ने अपने रिकॉर्ड चेक कर रिपोर्ट देने को कहा था। जिस पर अतिरिक्त जिला रजिस्ट्रार ने अतिरिक्त उपायुक्त को रिपोर्ट भेजी है। जांच रिपोर्ट में उन्होंने कहा कि उनके एवं उनसे संबंधित जन्म मृत्यु कार्यालय में कहीं भी इन 9 लोगों की मौत का रिकॉर्ड दर्ज नहीं है। इनमें गुरु तेग बहादुर नगर की ज्योति वर्मा, जड़ौदा गेट जगाधरी के शिवानु अग्रवाल, देवी भवन बाजार जगाधरी से मीना रानी, लोहारन गली जगाधरी से रविंदर कौर, आदर्श नगर वीणा नगर से धीरज, जवाहर नगर यमुनानगर से नेहा, बलवंत राय कालोनी से अनुराधा, हुड्डा सेक्टर 17 से संतोष कुमारी और नत्थनपुरा से साधुराम शामिल हैं। जिन्हें मृत्यु दिखाया गया है।
क्या कहती हैं अतिरिक्त उपायुक्त
अतिरिक्त उपायुक्त रंजीत कौर का कहना है कि उनके पास इस तरह के 9 मामले आ चुके हैं जिनमें से पांच मामले सभी दस्तावेज पूरी होने के बाद मुख्यालय भेजे गए हैं ताकि उन्हें जीवित दिखाया जा सके, जबकि 4 मामलों में अभी दस्तावेज पूरे किए जा रहे हैं।