कैथल, 13 जून (हप्र)
भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी के जिला अध्यक्ष महावीर चहल नरड़ व प्रदेश उपाध्यक्ष होशियार गिल प्यौदा के नेतृत्व में किसानों ने बिजली विभाग के एसई को खेतों की बिजली 8 घंटे देने के लिए ज्ञापन सौंपा। भाकियू नेताओं ने कहा कि खेतों के लंबित ट्यूबवेल कनेक्शन के बारे में एसई ने बताया कि काम युद्ध स्तर पर जारी है और किसानों को प्राथमिकता के आधार पर नये कनेक्शन जारी किये जा रहे हैं। जिला अध्यक्ष महावीर चहल नरड़ ने प्रदेश सरकार से खेती के लिए फिलहाल मात्र 5 से 7 घंटे की जा रही बिजली आपूर्ति को अपर्याप्त बताते हुए प्रतिदिन कम से कम 8 घंटे निर्बाध रूप से दिये जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस वक्त प्रतिदिन बढ़ रहे तापमान से प्रदेश में करीब साढ़े तीन लाख एकड़ गन्ने की फसल बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। प्रदेश के यमुनानगर, पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत, कैथल, जींद व पलवल जिलों में सूखे का गन्ने की फसल पर गहरा असर पड़ रहा है।
प्रदेश उपाध्यक्ष होशियार गिल प्यौदा ने कहा कि गन्ना उत्पादक किसानों को अपने गन्ने की फसल को बचाने की चिंता सताने लगी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल से इस मामले में स्वयं संज्ञान लेने का आग्रह करते हुए कहा कि इस विकट समस्या को देखते हुए 5 घंटे के बजाय प्रतिदिन 8 घंटे की बिजली सप्लाई सुनिश्चित की जाए। भाकियू किसानों से अपील करती है कि 15 जून तक धान की रोपाई रोक कर रखें ताकि गन्ने, सब्जी व हरे चारे की फसल को बचाया जा सके। ज्ञापन सौंपने वालों में युवा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम कसाना, नरेन्द्र मागो माजरी, सुरेश शर्मा बंदराणा, धर्मपाल नौच, खुशी राम शेरगढ़, बलकार खुराना, सोनू सजूमा, साहिल नरड़, जोरा भैणी माजरा, सुखवीर सेगा, गगनदीप जोशन, कुलवंत फौजी, कुलदीप मलिक, भीम खनौदा, रणधीर बरसाना, जसवंत सधू सहित सैकड़ों किसान उपस्थित थे।
बिजली के लिए सड़क पर उतरे किसान, मिला आश्वासन
करनाल (हप्र) : भारतीय किसान यूनियन ने किसानों को बिजली देने की मांग को लेकर सोमवार को प्रदर्शन किया। किसान जाट भवन में इकट्ठा हुए और वहां से प्रदर्शन करते हुए राजीव गांधी विद्युत सदन पहुंचे। किसानों के जबरदस्त विरोध को देखते हुए एसई मौके पर पहुंचे। उन्होंने चंडीगढ़ में उच्चाधिकारियों से बातचीत की और किसानों को आश्वासन दिया कि सोमवार से ही सात घंटे बिजली आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। किसानों ने एसई को ज्ञापन सौंप कर मांग रखी थी कि खेतों में कम से कम 10 घंटे बिजली दी जाए। यूनियन नेताओं ने इसे किसानों के संघर्ष की जीत बताया है। उन्होंने कहा किसान एकजुट होकर अपने हकों की आवाज उठाएंगे तो हमेशा जीत मिलेगी। किसान नेताओं ने चेताया कि अगर 15 जून तक मांग पूरी नहीं गई तो पूरे हरियाणा के किसान आंदोलन करेंगे। इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन सर छोटूराम प्रदेश कोर कमेटी सदस्य बहादुर मैहला, जगदीप सिंह ओलख, बलवान शेखपुरा, जिला प्रधान छत्रपाल सिंधड़ के अलावा सुखविंदर झब्बर, दिलबाग सिंह दरड़, बाबा तखविंदर सिंह दरड़, अमृत बुग्गा गोंदर, सुनील पूनिया, व करनाल ग्रामीण प्रधान साहब सिंह सहित काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।