छछरौली, 3 जुलाई (निस)
हिमाचल उत्तराखंड की पहाड़ियों पर हुई बरसात से यमुना नदी में मांग से अधिक पानी बह रहा है, जिस कारण 7476 क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ने के लिए बैराज के गेट खोले गए। हरियाणा के निचले क्षेत्रों के नहरी पानी की भारी डिमांड को देखते हुए पश्चिमी यमुना नहर में 7503 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे कई जगहों पर नहर के किनारों पर भूमि कटाव भी हुआ। यमुना नदी के कैचमेंट एरिया में हुई बरसात से हथिनी कुंड बैराज पर सुबह 6 बजे नदी का जल बहाव 17383 क्यूसेक दर्ज किया गया। बैराज के कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक नदी में डिमांड से अधिक सरप्लस 7476 क्यूसेक पानी को छोड़ने के लिए बैराज के 1 व 2 नंबर गेट खोले गए। बता दें कि नहरों की क्षमता से अधिक पानी आने पर बैराज से गेट खोल कर सरप्लस पानी को यमुना नदी की ओर डायवर्ट कर दिया जाता है। कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश की पूर्वी यमुना नहर को 2404 क्यूसेक पानी की आपूर्ति की जा रही है। इसी प्रकार दिल्ली व हरियाणा की नहरी पानी की डिमांड पूरी करने के लिए पश्चिमी यमुना नहर में 7503 क्यूसेक जलापूर्ति की जा रही है।