करनाल, 2 नवंबर (हप्र)
सरकार द्वारा दी जा रही तमाम सहायता के बावजूद करनाल जिले में एक नवम्बर तक फसल अवशेष जलाने के 740 मामले हुए हैं और अब तक किसानों पर 10 लाख रुपये की पेनल्टी लगाई गई।
गत वर्ष जिला में 1 नवंबर तक एक्टिव फायर लोकेशन के कुल 949 मामले सामने आये थे, और इस साल इस अवधि तक 740 मामले हुए हैं।
धान कटाई का समय अगले 10 दिन तक रहेगा। उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने मंगलवार को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के चेयरमैन एमएम कुट्टी को दी रिपोर्ट में बताया कि करनाल जिला में खेतों में आग लगाने के मामलो में काफी गिरावट आई है। फसल अवशेष प्रबंधन में मशीनरी की उपलब्धता के बावजूद जिन किसानों ने खेतों में धान कटाई के बाद आग लगाकर प्रदूषण किया, ऐसे 70 मामलों में प्राथमिकी दर्ज की गई और 397 चालान किए गए। दोषी व्यक्तियों पर 10 लाख रूपये की पेनल्टी लगाई गई।